अंतर्राष्ट्रीय ख्याति मिलेगी अयोध्या को राम मंदिर से

योगेन्द्र प्रसाद मिश्र (जे.पी. मिश्र)पटना (बिहार)******************************************************** अयोध्या(उप्र) एक अंतरराष्ट्रीय स्थल बन रहा है,क्योंकि यहाँ राम-जन्मभूमि पर प्रसिद्ध मंदिर बन रहा है। आज महात्मा बुद्ध की ज्ञान-स्थली बोधगया का नाम दूर-दूर के देशों तक फैला हुआ है और कई देशों के मंदिर-पैगोडा वहाँ बने हुए हैंl उनमें दर्शन-पूजा करने के लिए विदेशी यात्री वहाँ आते रहते … Read more

भारत माता के चरणों में, हम नमन करेंगे

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ********************************************************** भारत माता के चरणों में,हम सब नमन करेंगे।आओ मिलकर आज सभी इसका गुणगान करेंगेll शीश मुकुट धर वीर धरा ने,हमको आज पुकारा।हिमगिरि की चोटी से हमने,दुश्मन को ललकाराllआओ वीर जवानों सीमा,पर तुम सीना ताने।भारत वीर-जवानों की,ताकत दुश्मन ना जानेllऊँचा रहे तिरंगा इसकी,जय जयकार करेंगे।आओ मिलकर आज सभी इसका गुणगान करेंगे।। आतंकी … Read more

रोटी

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) *********************************************************************** रोटी की महिमा बड़ी,रोटी तो है ताप।रोटी तो वरदान है,रोटी तो है शाप॥ रोटी सचमुच है ख़ुदा,रोटी है संसार।रोटी से आनंद है,रोटी से ही सार॥ रोटी से हर पुण्य है,रोटी से सद्कर्म।रोटी तो ईमान है,रोटी तो है धर्म॥ रोटी इक तस्वीर है,रोटी है तक़दीर।रोटी की ख़ातिर झुके,महाबली औ ‘वीर॥ रोटी … Read more

गणपति

अनिल कसेर ‘उजाला’ राजनांदगांव(छत्तीसगढ़)************************************************* सिद्धि विनायक नाम है,सिद्ध करो प्रभु काजlनाम तुम्हारा जो जपे,करता जग में राजll दुखियों के दुख मेटिए,सुखकर्ता है नाम।आप विराजो गणपती,मम उर पावन धामll बुद्धि प्रदाता, गजबदन शंकरप्रिय विघ्नेश।दूर करो विपदा जगत, धूम्रवर्ण प्रथमेश ll ज्ञान चक्षु को खोलकर,देते अनुपम दृष्टि।योगाधिप शंकरसुवन,निर्भय करिए सृष्टिll शंकर के प्रिय लाल हो,और उमा हैं मात।रिद्धि-सिद्धि … Read more

समझ प्रकृति अपमान

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ********************************************************************** मीत सुलभ नवनीत कहँ,चले मनुज दुर्नीति।तृष्णा अपरम्पार जग,दुर्लभ प्रकृति प्रीतिll शोक चिन्तना कवि सलभ,ध्रुव कोरोना आज।जब तक टीका न बने,पड़े काल की गाजll रहें गेह में संयमित,कोरोना के काल।आयुर्वेदिक चिकित्सा,रखे सभी खुशहालll मास्क बनाये घर स्वयं,लगा लगाएँ आप।बचे पित्त अरु कफ़ से,दूरी मेल मिलापll धोएँ साबुन हाथ को,दिन में … Read more

हिंदी:अंग्रेजी भाषा का नहीं-वर्चस्व का विरोध जरुरी

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ************************************************************** आयुष मंत्रालय के सचिव राजेश कोटेचा ने बर्र के छत्ते में हाथ डाल दिया है। द्रमुक की नेता कनिमोझी ने मांग की है कि,सरकार उन्हें तुरंत मुअत्तिल करे,क्योंकि उन्होंने कहा था कि जो उनका भाषण हिंदी में नहीं सुनना चाहे,वह बाहर चला जाए। वे देश के आयुर्वेदिक वैद्यों और प्राकृतिक चिकित्सकों को … Read more

क्षमा प्रथम धर्म

आरती जैनडूंगरपुर (राजस्थान)********************************************* क्षमा पर्यूषण का प्रथम है धर्म,क्रोध त्याग प्रथम है हमारा कर्ममार्दव अहम त्याग सिखाता है-जीवन के अंत का सच दिखाता हैlआर्जव में छिपी है जीवन की सरलता,सादगी से जीवन हमेशा महकताजो श्रावक पाले है धर्म में शोच–पवित्र बन गंदगी को लेगा नोंचlगांधी जी ने भी पाला धर्म में सत्‍य,सत्‍य से बड़ा नहीं … Read more

सूना-सूना रात का आँचल

राजबाला शर्मा ‘दीप’अजमेर(राजस्थान)**************************************************************** सूना-सूना रात का आँचलनिखरी यादों के बिखरे पल,प्रीति के सागर में बह जामेरी आँखों के गंगाजल। उदास चेहरा लिए खड़ा हैनीरव-सा ये सघन अंधेरा,क्या अंजलि में बांध लिया हैतूने ये दारुण दु:ख मेरा ?नयनों के सपने न मचल,सूना-सूना रात का आँचल। मैं अंधियारे सूरज की ज्योतिमिली न मंजिल रूह भटकती,मूक मेरे जीवन … Read more

मजबूर मजदूर

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)**************************************************** अनजानी राहों पर चलकर आए कितनी दूर,भूखे-प्यासे पैदल ही घर,जाने को मजबूर।आँधी-पानी ओले झेले और’ पुलिस की मार-किन्तु अभी तक पहुँच न पाये अपने घर मजदूर॥ पीर पर्वत-सी जिसको उठानी पड़ी,वेदनाएँ हृदय में दबानी पडी़।सर्जना की थी’ जिसने निशानी गढ़ी-क्यों उसे निज भुजाएँ कटानी पड़ी॥ परिचय- शिवेन्द्र मिश्र का साहित्यिक उपनाम … Read more

साहित्यकार डॉ. विकास दवे बने मप्र साहित्य अकादमी के निदेशक

इंदौर(मप्र)। साहित्य क्षेत्र में इंदौर शहर को एक और गौरव प्राप्त हुआ है,जब साहित्यकार डॉ. विकास दवे को मप्र साहित्य अकादमी का निदेशक मनोनीत किया गया है। राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान में ब्रांड एम्बेसेडर एवं सम्पादक डॉ. दवे को मिली इस जिम्मेदारी से रचनाकार जगत और शहर में भी हर्ष हुआ है।प्रदेश शासन के संस्कृति विभाग … Read more