सुधि
डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ********************************************************* बड़ी जोरों से गिरने की आवाज आई। इधर, निहारिका की माँ और भाभी दौड़ी,तो क्या देखती हैं-निहारिका नीचे गिरी पड़ी है। निहारिका की माँ से रहा न गया। कदमों को आगे बढ़ा तो रही थी,लेकिन ऐसा लग रहा था जैसे पैर थम से गए हों। निहारिका औंधे मुँह पड़ी कमरे … Read more