इतना भी अंधानुकरण भला नहीं

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** यहां तुलसी पूजन, वहां क्रिसमस डे,दिन एक पर धारणाएं लहदी-लहदी हैयह जाड़े का शुष्क पतझड़ का मौसम,तुलसी तो इस मौसम की परमौषधि है। बनावट का हर…

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ईमारत इठलाई

प्रो. लक्ष्मी यादवमुम्बई (महाराष्ट्र)**************************************** एक दिन इमारत इठलाई,कहने लगी-मुझसे बड़ा न कोई भाई। शहर हो या गाँव हो,धरती माँ की संतान हो,पसंद सभी को आती हूँसभी के दिल को भाती…

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अनमोल रतन

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* 'अटल' जिंदगी... सादर नमन हे हमारे पिता स्वरूप,पूज्यवर अटल जी, अपको नमनआज जन्मदिवस पर संपूर्ण भारत,आपको कर रहा है चरण वन्दन। धन्य-धन्य हैं आपके पिता-माता,जिनकी गोद…

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अनमोल नगीना

डॉ. कुमारी कुन्दनपटना(बिहार)****************************** 'अटल' जिंदगी.... राजनीति के क्षितिज पटल पर,चमका था, एक अटल सितारासरल व्यक्तिव, थी प्रखर वाणी,था जन-जन का वह प्यारा। बहुमुखी प्रतिभा का धनी,था कवि हृदय भी उसने…

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पिता का स्नेह

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ********************************************************** स्नेह पिता का रह-रह कर जब याद मुझे आ जाता है,आज अकेलापन उनके बिन मुझको बहुत रुलाता है। बचपन बीत गया मेरा पर पापा मुझसे दूर…

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प्रभु पर कर विश्वास

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** जय श्री कृष्ण (भाग-२)... कृष्ण नाम सुमिरन करो, देते शुभ फल चार।इनके पुण्य प्रताप से, कर्म करें संसार॥ कर्म योग के ज्ञान से, जन-जन का…

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अटल संघर्ष

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************** 'अटल' जिंदगी.... हौंसला कर लिया होगा बुलंद,अपने जीवन-मृत्यु के संघर्ष की परिधि काजूझी होंगी साँसें भी,न जाने कितनी ही बारतुम्हारे अटल विश्वास से। सिरहाने खड़ी…

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बदला इतिहास

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** 'अटल' जिंदगी... रहे अटल,स्वार्थ परे जीवन-नम्र अटल। काम भलाई,बदला इतिहास-प्रसिद्धि पाई। हृदय कवि,बढ़ाया सदा मान-मूरत रवि। कड़े फैसले,था सर्वप्रिय देश-सत्य पे चले। महल-ताज,राजनीति में कुंदन-बुलाता आज। रखी…

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वो खरे उतरे

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** 'अटल' जिंदगी... मौत को देखा है सिसकते हुए,देखा है वटवृक्ष को निढाल होते हुएजिसकी छत्र छाया में पनपे सभी,उनके लिए आँसू बह निकले। एक-एक आँसू है उनकी…

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सुगंध भी सुलभ न होगी

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** अगर न जागे आज दोस्तों,कल को फिर से अंधेरा होगापराधीनी में था किसने धकेला ?सवाल यह मेरा-तेरा होगा। अपनी संस्कृति-सभ्यता की शायद,फिर सुगंध भी सुलभ न…

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