हालात

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)****************************************** लोग लगे हैं छीनने, आजकल एक-दूसरे का निवाला,फिर कर रहे हैं उम्मीद कि, हो जाए अंधेरे में उजाला। इंसाफियों के नाम पर, कर रहे हैं हम…

0 Comments

माँ, तुम कितनी सुंदर…

डॉ. अनिल कुमार बाजपेयीजबलपुर (मध्यप्रदेश)*********************************** माँ मेरी तुम कितनी सुंदर,है मन में ममता का समंदर। श्याम वर्ण दुबली है काया,कृष्ण का जैसे रूप समाया। आँखों के नीचे स्याह घेरे,जीवन में…

0 Comments

हार से विचलित मत होना

विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद विनम्र’इन्दौर(मध्यप्रदेश)************************************* जीत से ज्यादा हार सिखाती है,मन में जीत का साहस लाती है। दूर तक जब दिखता अंधियारा,उम्मीद की नई रोशनी दिखाती है। गिर-गिर कर कैसे…

0 Comments

मन दर्पन हम उजला कर लें

सरफ़राज़ हुसैन ‘फ़राज़’मुरादाबाद (उत्तरप्रदेश) ***************************************** सोच को अपनी ऊँचा कर लें।मन दर्पन हम उजला कर लें॥ झूठ से दामन पाक रखें हम,चुग़ली बदी से दूर रहें हम।छोड़ के हर इक काम…

0 Comments

कितना मुश्किल है…

डॉ. वंदना मिश्र ‘मोहिनी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)************************************ कितना मुश्किल है,मन के मौसम कोअपनी मौज में रखना,कितना मुश्किल हैसहज बने रहना,हर पल, विपल मेंस्थितप्रज्ञ होना। सत्य को अपने,हृदय में सहेज लेनाकितना मुश्किल है,शब्दों से…

0 Comments

फ़िजा भी तरबतर

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** मुहब्बत से फ़िजा भी तरबतर है,कहाँ जालिम छुपा तू बेखबर है। तलाश पनाह ढूंढे दिल ये भीगा,समेटे छाँव तू सारे किधर है। वसल की चाह हम डूबे…

0 Comments

जीवनधारा बनी तुम

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) *********************************************** अभिलाषा मन फुर्सत के पल,रहूँ साथ हमदम साथी बनरूप निहारूँ नज़र उतारूँ,प्रेम सरित कर लूँ अवगाहन। कैसे बीते अठ्ठाइस बरस,जीवन स्वर्णिम तन-मन अर्पणहर खुशियाँ…

0 Comments

नदिया

डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’कोरबा(छत्तीसगढ़)******************************************* शिव मस्तक पर बस रही, निर्मल नदिया धार।पापों को हरती सदा, पाते जीवन सार॥ नदियों के तट पर बसे, खुशियाँ पाते लोग।बहती निर्मल धार तो, करते पूजन…

0 Comments

एक बल और एक भरोसा

मुकेश कुमार मोदीबीकानेर (राजस्थान)************************************************** घटित हुई घटनाओं पर, ना करना खड़े सवाल,अपने पवित्र विचारों का, रखना हरदम ख्याल। विघ्नों के आने से कभी, जीवन चक्र ना रुकेगा,निश्चय बुद्धि वाला, किसी…

0 Comments

प्रेम स्पर्श

वंदना जैनमुम्बई(महाराष्ट्र)************************************ पलक बांध,नयन सजलमन विकल,हृदय निश्छलप्रयास विफल। दृष्टि धूप,अधर ऊष्णवाणी शीतल,चाँद धवल। चाँदनी चंचल,कहीं सरलकहीं विरल,सी हो गई। प्रेम स्पर्श जो,मिला तुम्हारादेखो कितनी,हलचल-सी।तन-मन में,हो गई॥ परिचय-वंदना जैन की जन्म…

0 Comments