शिल्पाचार्य भगवान विश्वकर्मा

मंजू भारद्वाजहैदराबाद(तेलंगाना)******************************************* पृथ्वी के निर्माण के संबंध में २ तरह के दर्शन बताए जाते हैं। एक है वैज्ञानिक दर्शन,जिसमें वनमानुष से मनुष्य के विकास का दर्शन और दूसरा है अध्यात्मिक…

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हिन्दी को लेकर भ्रामक शोध

डॉ. अमरनाथ************************************************************ केन्द्रीय हिन्दी संस्थान ने आनंद कुमार (निदेशक-नीति, गृह मंत्रालय,भारत सरकार) को प्रेषित अपने नवीनतम पत्र (तारीख नहीं)में २८ जुलाई २०२१ को प्रेषित अपने पूर्व पत्र से पल्ला झाड़कर…

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बेलगाम बोलने-लिखने पर रोक

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************* सर्वोच्च न्यायालय ने वेब पोर्टल्स और यू ट्यूब चैनलों पर चल रहे निरंकुश स्वेच्छाचार पर बहुत गंभीर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि संचार के…

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हिंदी के साहित्यकार कब आत्मचिंतन करेंगे ?

निर्मलकुमार पाटोदीइन्दौर(मध्यप्रदेश)************************************************** मेरा हिंदी जगत से जुड़े सभी साहित्यकारों से सीधा प्रश्न है कि वे बताएं कि उनकी रची कृतियों का प्रकाशन कितनी संख्या में होता है ?कम से कम…

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हिन्दी का सजग प्रहरी पत्रकार-आचार्य शिवपूजन सहाय

डॉ. अमरनाथ*************************************************************** हिन्दी योद्धा....... आचार्य शिवपूजन सहाय के निधन पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए रामधारी सिंह दिनकर ने कहा था,-“अगर उनकी सोने की मूर्ति लगाकर,चारों ओर पत्तर पर हीरे…

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विलुप्त होता शिक्षक धर्म

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)*************************************** शिक्षा-ज्ञान एक ऐसा दीपक है,जिसके द्वारा कभी अन्धकार नहीं मिलता या होता है। ज्ञान रुपी प्रकाश से अज्ञानता विलीन होती है। शिक्षा या ज्ञान का महत्व हर युग…

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काबुलःभारत करे नई पहल

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************* काबुल हवाई अड्डे पर हुए हमले के जवाब में अमेरिका ने २ हमले किए। अमेरिकी राष्ट्रपति ने घोषणा की थी कि वे उन हत्यारों को मारे बिना…

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काबुलःबैठे रहो और देखते रहो ?

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************* भारत सरकार की अफगान नीति पर हमारे सभी राजनीतिक दल और विदेश नीति के विशेषज्ञ काफी चिंतित हैं। उन्हें प्रसन्नता है कि तालिबान भारतीयों को बिल्कुल भी…

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‘जातिवार जनगणना’ अब नया ‘खेल’ होगी ?

अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश)  ****************************************** देश में जातिवार जनगणना का मानस बनाने के लिए जिस सुविचारित ढंग से चालें चली जा रही हैं,उससे साफ है कि आगामी चुनावों का यह मुख्य मुद्दा…

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उपराष्ट्रपति जी के विचार पर प्रधानमंत्री को अमल करना चाहिए

*निर्मल कुमार पाटोदी,इंदौर(मप्र)शिक्षा में मातृभाषा अपनाई जाएगी,तब ही राष्ट्र की युवा पीढ़ी स्वाभाविक रूप से अपने जीवन के हर क्षेत्र में देश की सभी भाषाओं को बिना आग्रह के अपना…

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