मातृभाषा हिन्दी

डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’कोरबा(छत्तीसगढ़)******************************************* अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस विशेष.... लेखक कवि की लेखनी का हिंदी ही तो गान है।हिंदी हमारी चेतना,हिंदी हमारी शान है॥ सरगम के सुर में सज रहे,और से रहे…

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मातृभाषा का सम्मान हो

डॉ.अशोकपटना(बिहार)*********************************** अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस विशेष…. मातृभाषा जन्मोपरांत,जीवन का प्रथम पथ्य हैयही सांस्कृतिक समर्पण,और सामाजिक सत्य है। यह प्रथम सीख है,राष्ट्रीयता का उत्तमव सर्वोत्तम प्रमाण है,ज़िन्दगी में सफल होने कासर्वोत्तम अभिमान…

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वादा

कविता जयेश पनोतठाणे(महाराष्ट्र)**************************************** आज मैंने खुद से एक वादा किया है,दुनिया के बंधनों औऱ जज्बातों केआडम्बरों से खुद को आधा किया है,आज पहली बार मैंनेखुद से प्यार थोड़ा-सा ज्यादा किया…

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हमारी प्यारी हिन्दी

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस विशेष…. सब भाषाओं की जननी है लगे हमारी हिन्दी प्यारी,शोभित भाल भारती माँ के बच्चों की है ये महतारी।हिन्दी का आकाश बड़ा हर…

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राष्ट्रभाषा हिन्दी

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*********************************************** अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस विशेष…. हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा है,जन-जन की अभिलाषा हैएकता के सूत्र में जो बांधे,वो भारत की शौर्य गाथा है। हिंदी हमारी आन-बान हैभारत माता…

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हिंदी मातृभाषा है शान

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस विशेष... हिंदी भाषा देश की,अमिट श्रेष्ठ पहचान।जन-जन बोले है इसे,हृदय जगत की शान॥हृदय जगत की शान,भावना सुंदर देती।मृदुवाणी शुभ सार,द्वेष नित यह हर…

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संभाल रखिए जी मातृभाषा

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस विशेष…. जोड़ती मातृभाषा राष्ट्रीयता से,विश्व जन करते गौरव भाषाहर व्यक्ति की है ये पहचान,जब बोले हैं निज मातृभाषासंभाल रखिए जी मातृभाषा। देश…

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हिन्दी हर तरफ हो

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)**************************************************** अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस विशेष.... नये अब गुल खिलाना चाहती है।‌ये खुल कर मुस्कुराना चाहती है।‌‌दिलों में घर बनाना चाहती है।‌नहीं कोई ख़ज़ाना चाहती है।‌‌शिकायत…

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काशी नगरी पावन

जबरा राम कंडाराजालौर (राजस्थान)**************************** धर्म धरा चर्चित जगत,पावन गंगा घाट।लगता मेला कुंभ का,लगे संतजन थाट॥ नया नाम वाराणसी,काशी है प्राचीन।रामचरित तुलसी रचा,बैठे इसी जमीन॥ संत कबीर जहां भये,ज्ञान भक्तिरस धार।ओर…

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ऋतुराज वसन्त

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* गाँठ मन की खुल गई,मधुमास सुखकर लग रहा,गुल खिले हैं ख़ूब ही,अवसाद डर से भग रहा।हैं सतातीं दूरियाँ,अति मिलन,अनुराग तो अब-प्रेम का आवेग है,रस,छंद,मधुरस जग…

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