इंसान और क़ुदरत
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरे मंडला(मध्यप्रदेश) *********************************************************************** प्रकृति और मानव स्पर्धा विशेष…….. क़ुदरत से जुड़कर रहो,होगे सदा निरोग, क़ुदरत है कोमल बहुत,हर सुख सकते भोग। शुध्द हवा,हो सादगी,सादा हो व्यवहार, मिलती…