भारत का सपूत
विजय कुमार मणिकपुर(बिहार) ****************************************************************** ये सपूत है भारत का, करते हैं नमन अभिनन्दन का मौत को मातम दे आए, सारे जहाँ की खुशियां ले आए। दुश्मन को सबक सिखा आए,…
विजय कुमार मणिकपुर(बिहार) ****************************************************************** ये सपूत है भारत का, करते हैं नमन अभिनन्दन का मौत को मातम दे आए, सारे जहाँ की खुशियां ले आए। दुश्मन को सबक सिखा आए,…
श्रीमती राजेश्वरी जोशी ‘आर्द्रा’ अजमेर(राजस्थान) *************************************************** मुद्द्त से बंद हूँ कलियों में, खुशबू बन बिखर जाने दो। खोई आसमां की ऊँचाईयों में, मुझे बादल बन बरस जाने दो। क़ैद हूँ…
आशा जाकड़ ‘ मंजरी’ इन्दौर(मध्यप्रदेश) *********************************************************** कैसे मनायेंगे अब होली ? आतंकी खेल रहे खूनी होली। बहिनों के नेह की सूनी हुई डगर, कपोलों पर बहता सूख गया समन्दर। बिन…
सौदामिनी खरे दामिनी रायसेन(मध्यप्रदेश) ****************************************************** शिवरात्रि की है रात्रि, रात्रि में महारात्रि है। है शिव विवाह की आई रात्रि, शिव जी बने हैं दूल्हा,बारात आ रही है। शिव जी बने हैं…
हेमा श्रीवास्तव ‘हेमाश्री’ प्रयाग(उत्तरप्रदेश) ********************************************************************* आपका अभिनंदन, भारत का अभिनंदनl शौर्य का अभिनंदन, शक्ति का अभिनंदनl धरणी का अभिनंदन, जननी का अभिनंदनl जीत का अभिनंदन, विजय का अभिनंदनl एकता का…
तृप्ति तोमर भोपाल (मध्यप्रदेश) **************************************** जिस योद्धा ने बढ़ाया देश का मान, उस शूरवीर का ही नाम है अभिनंदन। जिसने दुश्मन देश में जाकर लगाई जयकार, जो मौत के मंजर…
गीता गुप्ता ‘मन’ उन्नाव (बिहार) ************************************************************************************* कहानी शौर्य की लिखकर के दुश्मन को झुकाया है, बधाई देश को सारे,पवनसुत लौट आया है। पराक्रम का नया सन्देश लेकर लौट आया अब,…
रमेश चौरिया राही कवर्धा (छत्तीसगढ़) ****************************************************************************** ये रिसती दीवारें, ये फटी-फटी दरारें। अतीत को याद कर, बहाती आँसू की धारें॥ मगर कुछ कह नहीं पाता, अपनी कहानी,अपनी जुबानी। बिन बोले बताता…
कपिल कुमार जैन भीलवाड़ा(राजस्थान) ***************************************************************** अभिनन्दन है,अभिनन्दन,अभिनन्दन है,अभिनन्दन, साहस की इस बेला पर करते,हम सब जन मिलकर वंदन। सौभाग्य अपना है ये कि,आप हमारे बीच पधारे, नहीं बता सकते हैं…
कार्तिकेय त्रिपाठी ‘राम’ इन्दौर मध्यप्रदेश) ********************************************* सबसे बडा़ रुपैया रे भैया, सबसे बडा़ रुपैया... आज की दुनिया में देखो ये, नाच रहा है रुपैया। टूट रहे परिवार यहां पर, मूल…