फागुन आया

निशा निइ्क ‘ख्याति’ दिल्ली ******************************************************************** अब तो फागुन आया पिया इश्क़ का रंग लगा दे मुझे, अम्बिया पे चढ़ गये मंजर वो इश्क़ का जाम पी आया। क्यों इस क़दर तूने मुझे सताया क्यों इतना बेपरवाह दिखाया, जब जाती हूँ खेतों से अहरारी भी हँसती है। ले के फूल मोहबत के खुद पे इतराती है, … Read more

कुर्ता भले सफेद…जोगीरा सा रा रा रा

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ****************************************************************** नेता नोटों की गड्डी से खेल रहे हैं खेल, जीवन अपना फीका-फीका मिले नमक ना तेल- जोगीरा सा रा रा रा…। अक्सर क्यों पा जाते कुर्सी दिल के काले चोर, भोली-भाली जनता रोती होकर भावविभोर- जोगीरा सा रा रा रा…। अव्वल दर्जे का है झूठा कुर्ता भले सफेद, उसकी … Read more

इच्छा-हर बेटी की…

भारत भार्गव इंदौर(मध्यप्रदेश) ************************************************************* क्या मैं कोई गुड़िया हूँ, जो किसी को सौंप दी जाऊंगी! चाहती हूँ मैं भी हँसना,खिलखिलाना, सपनों के कोरे कागज पर मनचाहा रंग भरना। आसमां की ऊंचाइयों को छूना, मुझे एक अवसर तो दीजिये। माँ-बापू के सपनों को साकार मैं भी कर सकती हूँ, मिल जाये अगर अवसर तो…! इस देश … Read more

नारी का अभिनंदन

विनोद वर्मा आज़ाद देपालपुर (मध्य प्रदेश)  ************************************************ राष्ट्र शक्ति नारी शक्ति, देशभक्ति की अग्रिम पंक्ति की पहचान हो आप। नमन आपको, आपके हौंसलों की उड़ान को। जीवनदायिनी, प्रेरणा प्रदायिनी नमन आपको, आपके अभिमान को। नारी,हर रिश्ते के आगे हार करती स्वीकार है, किंतु रणचंडिका रूप धर, अत्याचार का करती प्रतिकार है। देवियों आपकी, महिमा अपरम्पार है। … Read more

माँ का आँचल

मनीषा मेवाड़ा ‘मनीषा मानस’ इन्दौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************************** माँ! मुझे अब भी तेरा आँचल चाहिए, यह दुनिया मुझे बहुत सताती अब भी मुझे बचपन सा दुलार चाहिए, माँ! मुझे अब भी तेरा आँचल चाहिए। प्रेम,करुणा,दया का पाठ तूने सिखाया, अपनों ने उसको झुठलाया मुझे फिर भी सरलता का वो भाव चाहिए, माँ! मुझे अब भी तेरा आँचल … Read more

आमने-सामने

आशुतोष कुमार झा’आशुतोष’  पटना(बिहार) **************************************************************************** तीन रंगों का तिरंगा प्यारा तीन अंगो की सेना है, हवा में दिख रहा परचम हमारा जल-थल अभी बाकी है। हर घर में वीर है यहाँ हर जिस्म में दौडता लहू, जिनको प्राणों से देश प्यारा है रग-रग में बसा कश्मीर प्यारा है। आजाद भारत की कहानी वीरो की गाथा … Read more

सलाम

मोहित जागेटिया भीलवाड़ा(राजस्थान) ***************************************************************************  सलाम है उनको, जिन्होंने धमाल कर दिया जान की बाजी लगा कर, दुश्मन का तमाम कर दिया। दुश्मन के घर जाकर, दुश्मन को मार गिरा कर इस देह धरा को अमर कर दिया। है तुमको नमन, तुम्हारी शौर्य की गाथा आज फिर अमर हो गई, तुमने अपने साहस का पराक्रम दिखाया। … Read more

कुर्बानी

डॉ.लता अग्रवाल भोपाल(मध्यप्रदेश) *************************************************************** झुका है सिर आज, तुझको नमन के लिए। दी है जो कुर्बानी , तूने वतन के लिए। छलकी है आँख तना है सीना, तिरंगे में लिपटे बदन के लिए। लगा कर टीका, किया था विदा, दुश्मनों के शमन के लिए। थी जरूरी शहादत तेरी, चमन के लिए। मांगती है माँ भारती, … Read more

मैं नारी

डॉ.नीलम कौर उदयपुर (राजस्थान) *************************************************** भोर की प्रथम किरण का कर स्पर्श, चलती रहती हूँ मैं। किरणों के बढ़ते कद तक, ढलते-ढलते किरण-पाख सिमट जाती तब चलती हूँ मैं। चंद्रकिरण के संग, मध्य रात्रि तक आते-आते जब चाँद भी लगता सिमटने, समेट कर अपने पाँव पेट में अपने ही, मैं भी थम जाती हूँ। कुछ … Read more

समर्थन

संजय वर्मा ‘दृष्टि’  मनावर(मध्यप्रदेश) ********************************************************************************** ‘विधवा’ शब्द कहना कठिन, उससे भी कठिन अँधेरी रात में श्रृंगार का त्याग, श्रृंगारित रूप का ‘विधवा’ में विलीन होना… जीवन की गाड़ी के पहिये में, एक का न होना चेहरे पर कोरी झूठी मुस्कान होना। घर-आँगन में पेड़ झड़ता सूखे पत्ते, ये भी साथ छोड़ते जीवनचक्र की भाँति, सुना … Read more