पहला प्यार…एक परी
अख्तर अली शाह `अनन्त` नीमच (मध्यप्रदेश) **************************************************************** निकले हैं पंख कल्पना के, मैं उड़ता दूर गगन में हूँ। एक परी उतरकर नजरों में, दिल मेरा रोज चुराती है॥ इन दिनों समंदर में गहरे, इच्छाएं गोते खाती हैं। लाती हैं मोती माणक चुन, धनवान बनी इठलाती हैं॥ मैं लिपटा सजधज में रहता, दरबारे शाही में नृप-सा। … Read more