आँचल का पहला फूल

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’ रावतसर(राजस्थान)  *********************************************************************************- माँ का आँचल और आँचल का पहला फूल नारी को सम्पूर्ण नारीत्व का भान कराता है। माँ बनना नारी की सम्पूर्णता है। मातृत्व का आभास ही तन,मन और जीवन में उल्लास की सृष्टि करता है। ये एक ऐसा अहसास है,जिस अहसास को महसूस करने के लिये एक माँ पूरा … Read more

देशहित के लिए अंर्तराष्ट्रीय कर्ज का बोझ

सुशीला रोहिला सोनीपत(हरियाणा) ************************************************************** भारत देश विकास और तकनीकी के क्षेत्र में विकासशील देशों के दायरे में आ गया है। आज मोदी की जय-जयकार के नारे भारत देश ही नहीं,विदेशों में मोदी का नाद गूंज रहा है,लेकिन विपक्ष में खलबली मची हुई है। वे मोदी के जयकारों की ध्वनि की गूंज को बर्दाश्त नहीं कर … Read more

तुलसीदास के शब्दों में गुरु महिमा

संदीप सृजन उज्जैन (मध्यप्रदेश)  ****************************************************** गुरु पूर्णिमा १६ जुलाई विशेष………… भारतीय वांग्मय में गुरु को इस भौतिक संसार और परमात्म तत्व के बीच का सेतु कहा गया है। सनातन अवघारणा के अनुसार इस संसार में मनुष्य को जन्म भले ही माता-पिता देते हैं,लेकिन मनुष्य जीवन का सही अर्थ गुरु कृपा से ही प्राप्त होता है। … Read more

जनसंख्या वृद्धि ले जाएगी विनाश की कगार पर

संदीप सृजन उज्जैन (मध्यप्रदेश)  ****************************************************** विश्व जनसंख्या दिवस(११ जुलाई)विशेष…………. वर्तमान में विश्व की जनसंख्या साढ़े सात अरब के आँकड़े को पार कर चुकी है,और जिस रफ़्तार से जनसंख्या बढ़ रही है,वह आने वाले समय में पूरे विश्व में भयावह स्थिति का निर्माण करेगी। कारण कि जनसंख्या वृद्धि की रफ़्तार के सामने प्राकृतिक संसाधन पूरे विश्व … Read more

निजी चैनलों में हिन्दी में बजट और दूरदर्शन में आंग्लभाषा…

डॉ.राजेश्वर उनियाल मुंबई(महाराष्ट्र) ************************************************************ बंधुओं,भारत की वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन ने संसद में अपना पहला बजट भाषण प्रस्तुत किया। प्रसन्नता की बात है कि जहाँ निजी चैनल्स एबीपी न्यूज,आज तक,जी न्यूज़,इंडिया टीवी,न्यूज़ २४,न्यूज़ इंडिया,न्यूज़ नेशन,टोटल टीवी,भारतवर्ष लाईव,इंडिया न्यूज, हरियाणा,समाचार प्लस,व एपीएन लाईव आदि बजट का हिंदी रूपांतरण या सार हिन्दी में बताते जा रहे … Read more

युवा वर्ग में बढ़ता असंतोष,महती कदम की आवश्यकता

डॉ.अरविन्द जैन भोपाल(मध्यप्रदेश) ***************************************************** जब बच्चा पालने में होता है तो उसे पालना अपना संसार लगता है। जब वह युवा होता है तो उसे संसार छोटा लगने लगता है। युवा अपने सपनों को सच करना या देखना चाहता है,पर कुछ सफल हो जाते हैं और अधिकांश असफल होते हैं। किसी भी राष्ट्र अथवा देश के … Read more

फिल्मों में ‘मानसिक विकृत’ किरदार

इदरीस खत्री इंदौर(मध्यप्रदेश) ******************************************************* ‘जजमेंटल है क्या’ में दिखेंगे २ मानसिक विकृत राजकुमार राव और कंगना रणौत दोस्तों,एक फ़िल्म आने वाली है ‘जजमेंटल है क्या’,जिसमें एक नहीं,२ मानसिक विकृत( साइको किरदार) देखने को मिलेंगे-पहला राजकुमार राव,दूसरा कंगना रणौत। दोनों किरदार फ़िल्म जगत में मंजे हुए अदाकारों के जिम्मे है तो बेहतर ही होंगे,लेकिन इनके पहले … Read more

बलात्कार की व्यापकता…विचारने की जरूरत

अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय ******************************************************************** जब से मूलभूत आवश्यकताओं के अभाव में लोगों के मरने की समस्या खत्म हुई है,मानव जनित एक नई समस्या ने आकर समाज को घेर लिया है। मानव द्वारा मानव का बलात्कार,उम्र और लिंग को नजरअंदाज करते हुए बलात्कार,निजी और सार्वजनिक स्थलों पर बलात्कार,दुधमुँहे बच्चों से लेकर मरणासन्न तक बलात्कार एवं … Read more

पोंगापंथी हिंदुत्व और पोंगापंथी इस्लाम

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** आज हमारे विचार के लिए दो विषय सामने आए हैं। एक तो कानपुर के युवा मुहम्मद ताज का,जिसे कुछ हिंदू नौजवानों ने बेरहमी से पीटा और उससे ‘जय श्रीराम’ बुलवाने की कोशिश की,तो दूसरा प. बंगाल से चुनी गई सांसद तृणमूल कांग्रेस की नुसरत जहां का,जिनके खिलाफ देवबंद के किसी … Read more

एकाधिकार से ही हिंदी का राष्ट्रभाषा बनना और जनसंख्या नियंत्रण संभव

डॉ.अरविन्द जैन भोपाल(मध्यप्रदेश) ***************************************************** नयी शिक्षा नीति ने यह स्पष्ट कह दिया है कि हम हिंदी नहीं थोपेंगे किसी भी प्रान्त या भाषा पर। यह बहुत सही निर्णय है,जिस प्रकार हमारे यहाँ जनसंख्या नियंत्रण करना असंभव है। जी हाँ,भारत एक लोक कल्याणकारी राष्ट्र है,जो लोगों के लिए,लोगों के द्वारा,लोगों को चुनकर भेजता है और चुने … Read more