मेरी दृष्टि में कबीर:सीधे चोट की भ्रांतियों पर

नमिता घोषबिलासपुर (छत्तीसगढ़)**************************************** 'कबीर मन निर्मल भया,ज्यो गंगा की नीर।पीछे पीछे हरि फिरै,कहत कबीर कबीर।"कबीर दास जी ने अपने दोहों के माध्यम से समाज में व्याप्त भ्रान्तियों,अंध विश्वासों,कुरीतियों पर सीधे…

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नशे से जन-धन की घोर हानि

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)***************************************************** अंतरराष्ट्रीय नशा निवारण दिवस-२६ जून विशेष.... नशा एक ऐसी बुराई है,जो हमारे समूल जीवन को नष्ट कर देती है। नशे की लत से पीड़ित व्यक्ति परिवार के साथ…

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बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद…!

रोहित मिश्रप्रयागराज(उत्तरप्रदेश)*********************************** बात लगभग २०१० की है,जब मैंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के दर्शनशास्त्र विभाग में परास्नातक करने के लिए प्रवेश लिया। उस समय मैं बकायदा ढीली शर्ट और सामान्य पेंट पहनता…

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‘भाषा’ का दिवस..अंधी दौड़

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** अपनी संस्कृति और संस्कारों को जब हम स्वयं अपने जीवन और लोक व्यवहार में नहीं ला पा रहे हों और उस पर भी पश्चिमी खुलेपन के लिए…

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क्या गारंटी कि,अनाज-वितरण में धांधली नहीं होगी !

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************* केंद्र सरकार और दिल्ली की सरकार के बीच आजकल अजीब-सा विवाद चला हुआ है। दिल्ली की केजरीवाल-सरकार दिल्ली के लगभग ७२ लाख लोगों को अनाज उनके घरों…

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प्यारा-सा बन्धन

डॉ.मधु आंधीवालअलीगढ़(उत्तर प्रदेश)**************************************** विश्व सौहार्द दिवस स्पर्धा विशेष…. रमा आज बहुत खुश थी,कल उसकी मनु की शादी है। ऐसा लग रहा है शायद कभी और किसी की शादी ही ना…

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सौहार्द बनाम मानवतावादी ऊँची सोच

शशि दीपक कपूरमुंबई (महाराष्ट्र)************************************* विश्व सौहार्द दिवस स्पर्धा विशेष…. 'धर्मों रक्षति रक्षति:,तयो धर्मस्ततो जय:।' अर्थात् राष्ट्र धर्म से बड़ा कोई धर्म नहीं होता है।'जो भरा नहीं है भावों से,बहती जिसमें…

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क्या खोया,क्या पाया!

श्रीमती चांदनी अग्रवालदिल्ली***************************** विश्व सौहार्द दिवस स्पर्धा विशेष…. 'कोरोना' काल में कई परिवारों ने अपनों को खोया है। किसी ने माता-पिता को,तो किसी ने अपनी संतान को खोया है। कुछ…

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परस्पर हित की कामना ही सौहार्द

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** विश्व सौहार्द दिवस स्पर्धा विशेष…. सौहार्द का उद्गम या उद्भव संस्कृत से है,जिसका अर्थ है हृदय की सरलता या सद्भाव जो हमें माँ व उसके बच्चों…

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योग का कोई विकल्प नहीं

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ********************************************** विश्व योग दिवस विशेष 'तन-मन को जो स्वस्थ कर,दे चोखे आयाम।योग प्रबल इक शक्ति है,देती नव परिणाम॥'सामान्य भाव में योग का अर्थ है जुड़ना,यानी दो…

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