आलोक-वंदना का महापर्व ‘दीपावली’

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* 'दीपों की हो वंदना, पूजित हो आलोक।यही कामना सुख पले, परे हटे दु:ख, शोक॥'दीपों का खास पर्व होने के कारण इसे दीपावली या दीवाली नाम दिया…

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एकता का पर्व दीपावली

कमलेश वर्मा ‘कोमल’अलवर (राजस्थान)************************************* दीपावली का पर्व आते ही ऐसा प्रतीत होता है कि, राम का आगमन हो गया है। अर्थात राम का नाम लेते ही मन में शांति-सा आभास…

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साहित्य सम्मेलन में संगोष्ठी संग पुस्तक विमोचित

गाजियाबाद (उप्र)। सतत ३० वर्ष की परम्परा का निर्वाह करते हुए २८-२९ अक्टूबर को ३१ वा अ.भा. हिन्दी साहित्य सम्मेलन आयोजित किया गया। 'नई शिक्षा नीति और मातृभाषा में शिक्षा'…

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अंतःतमस मिटाएँ

डॉ.आशा आजाद ‘कृति’कोरबा (छत्तीसगढ़)**************************************** जिस दिन अंत:तमस मिटेगा, समझो सच्ची दीवाली।मानवता का भाव जगेगा, हृदय नहीं होगा खाली॥ दीन-दुखी की सेवा करते, समझो मन उनका सच्चा,लोभ मोह में फँसा रहे…

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दीपों की कतारें

डॉ. कुमारी कुन्दनपटना(बिहार)****************************** राम राज... सजी दीपों की कतारें,है रंगीन दिवाली आईघर-घर में जले दीप,जिधर देखो खुशी छाई। चाँद-तारों की बारात सजे,धरा आज ऐसे जगमगाएस्वर्ग नीचे उतर आयाचाँद-तारे भी शरमाए।…

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रुसवा न करो दिल को

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* हर दिल में खुदाई है, रुसवा न करो दिल को।उल्फत न सजे फिर भी मिटने तो न दो दिल को। हर दिल की मुहब्बत पे…

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राम नाम का दीपक

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ राम नाम का दीपक मन में जलाओ,आओ मिलकर दिवाली मनाओ। खुशियों की चौखट पर रंगोली सजाओ,माँ लक्ष्मी के स्वागत में सब आगे आओ। घर में…

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लम्बा संघर्ष है राम राज

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** राम-राज... भटक जाते हैं अक्सर वे लोग, जो भीड़ बनाकर ही चलते हैंहोते हैं पार वही लोग सदा,जो लीक नई बनाकर चलते हैं। हमें आदत सी…

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शुभ दीपोत्सव पर्व

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) *********************************** सदा त्योहार में होता,हृदय में हर्ष मंगलमय।समूचे विश्व में जो उच्चतम,उत्कर्ष मंगलमय॥सजी गलियाँ, खिली कलियाँ,जले दीपक बताते हैं,दिवाली पर्व है उजियार का,उल्लास मंगलमय॥सभी को धन तेरस, रूप…

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उजाले का प्रतीक

डॉ.अशोकपटना(बिहार)********************************** अंधेरे से उजाला,सहर्ष स्वीकार हैदीपावली पूजन,एक आभार हैटूटती श्रृंखलाओं में,उजाले का अवतार हैजन-जागरण लाना,इसका व्यवहार है। पत्थर हो गई मन की भावनाएं,दिल को कचोटती हैउन्नत खोज और प्रयोग से,हमेशा…

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