‘सिने सरोकार’ विमोचित

भोपाल (मप्र)। विश्व संवाद केन्द्र में आयोजित फिल्म रसास्वादन कार्यक्रम में फिल्म समीक्षक विनोद नागर की किताब 'सिने सरोकार' का विमोचन किया गया। वरिष्ठ समाजसेवी और सिने जानकार हेमन्त मुक्तिबोध…

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‘मधुरदीप के पत्र मेरे नाम’ पुस्तक लोकार्पित

रोहतक (हरियाणा)। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. मधुकांत की १८३वीं पुस्तक 'मधुरदीप के पत्र मेरे नाम' का लोकार्पण मुख्य अतिथि डॉ. उषा लाल, विशिष्ट अतिथि डॉ. सुचिस्मिता (कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय) व डॉ. अशोक…

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गाय के गोबर की महत्ता

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) *********************************** सनातन संस्कृति के जितने भी आर्श ग्रंथ हैं, लगभग सभी ने गाय के महत्व को स्वीकारा है। गाय में ३३ कोटि देवताओं का वास बताया गया है।…

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हाँ, मैंने भी प्यार किया

कवि योगेन्द्र पांडेयदेवरिया (उत्तरप्रदेश)***************************************** कभी विरह के गीत लिखकर,अश्रु धार से नयन सींचकरविष से भरी हुई प्याली को,हँसते-हँसते स्वीकार किया है।हाँ, मैंने भी प्यार किया है… प्रेम पाश से घायल…

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ठोकरें ही ठोकरें

सच्चिदानंद किरणभागलपुर (बिहार)**************************************** ठोकरें लगती हैं,ज्यादातर अपने ही लोगों सेपत्थर की ठोकरें,स्वयं अपने में यादगार चिन्हबना लेती हैं। ठोकरें‌ खा खाकर ही,बनते हैं‌ हम महानपुनर्प्रयास और अभ्यासों से,ठोकरें अनायास की…

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श्रीराम चरण

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* जहाँ श्रीराम के चरण पड़ेंगे,वह धरा चन्दन के समान हैजो नर-नारी नहीं समझेगा,बहुत मूढ़, अति-नादान है। जो श्रीराम कथा वर्णन करेगा,वह वाचक सन्त-गुरु समान हैजो नर-नारी…

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साहित्य के निर्भीक और बेबाक प्रवक्ता हैं सिद्धेश्वर

पटना (बिहार)। भारतीय युवा साहित्यकार परिषद के अध्यक्ष, लघुकथाकार एवं चित्रकार सिद्धेश्वर जी ने बहुत कम समय में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। नवोदित रचनाकारों को बिना किसी…

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व्याख्यान एवं रचनापाठ ३ मई को

भोपाल (मप्र)। तार सप्तक के पुरौधा हरिनारायण व्यास की स्मृति में व्याख्यान एवं रचनापाठ कार्यक्रम शाजापुर में ३ मई की सायं ७ बजे रखा गया है। इसकी अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार…

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मेरा जीवन-मेरा स्वाभिमान

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* कदम बढ़ चले कदम,ना चिलचिलाती धूपना भीगने का डर,सर्द हवाएं भीनहीं हिलाती दम,नहीं चुभतींअनेक चुभन,मिलता जो भी हो दर्द। लिंग से परे,स्त्री और पुरुषपत्थर तोड़ते…

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मौसम

रत्ना बापुलीलखनऊ (उत्तरप्रदेश)***************************************** पृथ्वी और नभ का रिश्ता,जैसे है प्रीत का नातामौसम जिसमें आता-जाता,तब जैसे वह वसन बदलता। दिनकर नभ का भाग्य विधाता,स्वर्णिम दिनकर की किरणेंपूरे विश्व में ज्यों फैले,उससे…

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