आधी बूंद…
ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** आधी-अधूरी हमेशा,अनभावन नहीं होतीआज ढह कर बह चुकी,पूरी नहीं;ठहरी हुई आधी बूंद कीबात करते हैं…पेशानी पर पसीने की,उंगलियों में पोंछी-सिमटीआधी बूंद…गालों पर सूख चुकी एक लकीर की,अंतिम…