चैन,करार गया रे अपना
रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** ऋतु आई वासन्ती देखो, मदमाती अलबेली हो। रंग भरी पिचकारी लेकर, लगती बड़ी रसीली हो॥ नैन कटार मीठे हैं बोल, छीन लिए दिल अनमोल। चैन,करार गया रे अपना, नैन निसदिन देखें सपना। आओ अंगन,हवेली हो, बनो काहे पहेली हो। रंग भरी पिचकारी लेकर, लगती बड़ी रसीली हो॥ साजों में … Read more