खत्म करो वो धाराएँ…

मालती मिश्रा ‘मयंती’ दिल्ली ******************************************************************** समय की धारा हर पल बहती मानव के अनुकूल, तीन सौ सत्तर कैसी धारा’ बहे सदा प्रतिकूल। जो है निरर्थक नहीं देशहित पैदा करे दुराव, खत्म करो वो धाराएँ जो नहीं राष्ट्र अनुकूल॥ व्याधियों से लड़ते-लड़ते बीते सत्तर साल, बनकर दीमक चाट रहे जो वही बजाते गाल। जुबां खोलने से … Read more

अभिनंदन का अभिनंदन

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** ‘अभिनंदन’ का अभिनंदन है, ऐ वीर तुम्हारा वंदन है। दैत्यों के चंगुल में रहकर भी, तुमने,साहस का किया ना खंडन है। ऐ वीर तुम्हारा वंदन है… अभिनंदन का अभिनंदन है॥ रहकर सर्पों के बीच में, मूँछों को तनिक न झुकने दिया॥ कहकर भारत माता की जय, जिसने वीरता का परिचय … Read more

शहादत

बोधन राम निषाद ‘राज’  कबीरधाम (छत्तीसगढ़) ******************************************************************** आज शहादत वीर की,भूल न जाना यार। हरदम गाएँ गीत को,दो इज्जत सौ बार॥ हरी-भरी ये वादियाँ,इनके दम से होय। करें नमन उस वीर को,आज धरा पर सोय॥ भारत माँ का लाड़ला,लड़ता सीमा पार। देख शहादत आँख भी,भर आई इस बार॥ रोती आज बहन कहीं,कहीं रोय दिलदार। सूनी-सूनी … Read more

अभिनंदन का अभिनंदन

सुशीला रोहिला सोनीपत(हरियाणा) *************************************************************************************** हे भारत के धीर-वीर,वायुवीर अभिन्दन वीर तुझे सलाम, हम सब करते हैं सलाम। हे धीर-वीर वायुवीर तुझे सलाम, प्रताप तुम्हारा,चहुंओर तुम्हारा। है प्रसिद्ध जगत उजियारा, आंतकवाद का करो सफाया। भारत माँ के काज संवारे, मानवता के हो तुम प्यारे। सब सुरक्षित हो तुम्हारी शरणा, तमु रक्षक काहू डरना। शौर्य तुम्हारा सबके … Read more

जीना इसी का नाम है

डॉ.पूर्णिमा मंडलोई इंदौर(मध्यप्रदेश) ***************************************************** ना डर के जीए, ना घबराए साहस के साथ डटे रहे, सीना ताने खड़े रहे। दुश्मनों का सामना कर, उनके छक्के छुड़ाए गर्व से सिर उठाए, अपनी बातों को बिना बताए नापाक इरादों को परस्त कर, उनको झुकने पर मजबूर कर अपने घर लौट आए। ऐसे सच्चे देशभक्त का, अभिनंदन है … Read more

कामना

बाबूलाल शर्मा सिकंदरा(राजस्थान) ************************************************* रचना शिल्प:यगण १२२×३+ लघु गुरु १२२ १२२ १२२ १२ सुनो वीर फौजी तुम्हारे लिए। जला दीप घी के सभी ने दिए। तुम्ही से रहेगी सुरक्षा सखे। सदाचार सारे हमारे रखें। बढ़े देश की शान वीरों चढ़ो। रखो मान-ईमान पंथी बढ़ो। नहीं भूलना गान पंछी कहे। वही पातकी पाक पीछे रहे। सखे … Read more

ओले

बुद्धिप्रकाश महावर `मन` मलारना (राजस्थान) **************************************************** ओले-ओले सब करत,ओ ले कहत न कोय। ओ ले,ओ ले जो कहे,वो मन अपना होयll केश भया पानी नहीं,पानी भया न केश। सिर मुंडा ओले गिरे,बदला सिर का भेषll खेती कर कृषक भया,हरियाली चंहुऔरl फसल पकी ओले पड़े,दुर्भाग्य का दौरll हरी-हरी खेती भयी,ओले रजत सुहाय। सब-कुछ अब चौपट हुआ,हाथ … Read more

भारत का सपूत

विजय कुमार मणिकपुर(बिहार) ****************************************************************** ये सपूत है भारत का, करते हैं नमन अभिनन्दन का मौत को मातम दे आए, सारे जहाँ की खुशियां ले आए। दुश्मन को सबक सिखा आए, नापाक इरादों को मुँहतोड़ जबाब दे आए, देश का सम्मान बचा लाए। नहीं तो ये है डरने वाले, नहीं तो ये है झुकने वाले उन्हीं … Read more

उमँग

श्रीमती राजेश्वरी जोशी ‘आर्द्रा’  अजमेर(राजस्थान) *************************************************** मुद्द्त से बंद हूँ कलियों में, खुशबू बन बिखर जाने दो। खोई आसमां की ऊँचाईयों में, मुझे बादल बन बरस जाने दो। क़ैद हूँ हिम शिखरों में अनंत से, निर्झर-सा झरना बह जाने दो। पिंजरे में बंद फड़फड़ाती रही, नभ में पंछी बन उड़ जाने दो। कसमसाती उम्मीदें उम्रभर, … Read more

कैसे मनायेंगे अब होली ?

आशा जाकड़ ‘ मंजरी’ इन्दौर(मध्यप्रदेश) *********************************************************** कैसे मनायेंगे अब होली ? आतंकी खेल रहे खूनी होली। बहिनों के नेह की सूनी हुई डगर, कपोलों पर बहता सूख गया समन्दर। बिन भैया कैसे लगायेंगी माथे पे रोली ? कैसे मनायेंगे अब होली ? ललनाओं के माथे का सिन्दूर मिट गया, सारा संसार उनका अब वीरान हो … Read more