कुल पृष्ठ दर्शन : 191

प्रीति शर्मा असीम एवं योगेन्द्र प्रसाद मिश्र प्रथम विजेता

‘शरद पूर्णिमा’ पर आयोजित स्पर्धा में हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’ व डॉ. शरद खरे ने पाया दूसरा स्थान

इंदौर।


हिंदीभाषा डॉट कॉम परिवार द्वारा अक्टूबर में ‘शरद पूर्णिमा’ पर आयोजित स्पर्धा के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। इस बार पद्य वर्ग में प्रीति शर्मा असीम(हिमाचल प्रदेश)को प्रथम व हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’ (छत्तीसगढ़) को द्वितीय विजेता बनने का अवसर मिला है। ऐसे ही गद्य में पहला स्थान योगेन्द्र प्रसाद मिश्र (बिहार) तथा दूसरा डॉ. शरद नारायण खरे (मप्र) को प्राप्त हुआ है।
यह जानकारी मंच-परिवार की सह-सम्पादक श्रीमती अर्चना जैन और संस्थापक-सम्पादक अजय जैन ‘विकल्प’ ने दी। आपने बताया कि,३१ अक्टूबर २०२० को ‘शरद पूर्णिमा’ विषय पर केन्द्रित इस २०वीं विशेष स्पर्धा में भी कई प्रविष्टियाँ मिलीं। मानकों का ध्यान रखते हुए चुनिंदा को प्रकाशन में लिया गया। तत्पश्चात रचना की कथ्य उत्कृष्टता अनुसार निर्णायक ने पद्य विधा में हिमाचल की रचनाशिल्पी प्रीति शर्मा असीम की रचना(तुम शरद चंद्र की पूर्णिमा) को पहला विजेता माना है। इसी तरह ‘गगन का चाँद’ रचना हेतु हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’(बिलासपुर,छत्तीसगढ़) को दूसरा विजेता घोषित किया गया।
पोर्टल की संयोजक सम्पादक प्रो. डॉ. सोनाली सिंह एवं प्रचार प्रमुख सुश्री नमिता दुबे ने सभी विजेताओं और सहभागियों को हार्दिक शुभकामनाएं-बधाई देते हुए बताया कि,पटना (बिहार)से ‘शरद पूर्णिमा अमृत की वर्षा’ के सृजन हेतु गद्य वर्ग में योगेन्द्र प्रसाद मिश्र (जे.पी. मिश्र) इस बार अग्रणी रहे,जबकि प्रो.डॉ. शरद नारायण खरे(मंडला,मध्यप्रदेश)की रचना ‘शरदोत्सव’ ने दूसरा स्थान सुरक्षित कर लिया।
मंच के मार्गदर्शक डॉ. एम. एल. गुप्ता ‘आदित्य’ (महाराष्ट्र)एवं सम्पादकीय मंडल ने भी सभी विजेताओं और प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ-बधाई दी है।

Leave a Reply