मन का बैर मिटाइए
पूनम दुबे सरगुजा(छत्तीसगढ़) ****************************************************************************** फागुन का महीना है, रंगों भरा नगीना है उड़ते रंग-गुलाल यहां, बाजे ढोल मृदंग जहां मस्ती भरा त्योहार हुआ, खुशियों का खजाना है…l फागुन का महीना… छल-कपट सब त्यागिए, मन का बैर मिटाइए रंग-बिरंगे फूलों जैसे, हर धर्म के लोग यहां बस प्रेम से गले मिल जाइए, यही तो भाव जगाना … Read more