गजानन बनना इतना आसान कहाँ…!

मधु मिश्रानुआपाड़ा(ओडिशा)****************************************************************** गणेश चतुर्थी विशेष……….. क्या कर सकेगा कोई,दृढ़ता से,गणेश की तरह,अपनी माँ की रक्षा!रक्षा की प्रतिबद्धता में जो,सर तक कटाने के लिए रहे अटल!माँ के लिए जिनके भाव रहे,अमृत की तरह निर्मलll क्या कर सकेगा कोई उनके जैसी,मातृ-पितृ भक्ति!उनमें ही नज़र आ गए जिन्हें,ब्रम्हांड के तीनों लोक!उनकी ही तीन परिक्रमा की फ़िर,लगा ली बेहतर … Read more

विघ्नहर्ता गणेशजी कर्ता-धर्ता एवं संहर्ता

योगेन्द्र प्रसाद मिश्र (जे.पी. मिश्र)पटना (बिहार)********************************************************************* श्री गणेश चतुर्थी स्पर्धा विशेष….. श्रीगणेश जी को विघ्नहर्ता कहा जाता है। इसीलिए किसी शुभकार्य के निमंत्रण में भी पहले गणेश जी की स्तुति की जाती है,ताकि शुभकार्य के संपन्न होने में कोई विघ्न नहीं हो, श्रीगणेश जी विघ्नहर्ता जो हैं।श्रीगणेश जी को मंगलमूर्ति भी कहा जाता है, तभी … Read more

श्री गणेश के ३१ नाम

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)**************************************************** श्री गणेश चतुर्थी स्पर्धा विशेष….. विघ्नविनाशक,गणपती,गिरिजासुवन गणेश।लंबोदर,हे! सिद्धिप्रिय,वक्रतुण्ड विघ्नेशll योगाधिप,प्रथमेश,तुम,मंगलमूर्ति,कवीश।सिद्धिविनायक,भुवनपति,शूपकर्ण अवनीशll एकदंत,एकाक्षरा,धूम्रवर्ण,ढुंढिराज।गौरीनंदन,विघ्नहर,द्वैमातुर महाराजll विद्यावारिधि,गजबदन,अंबिकेय,महाकाय।कपिल,सुमुख,क्षेमंकरी,करिए सदा सहायll परिचय- शिवेन्द्र मिश्र का साहित्यिक उपनाम ‘शिव’ है। १० अप्रैल १९८९ को सीतापुर(उप्र)में जन्मे शिवेन्द्र मिश्र का स्थाई व वर्तमान बसेरा मैगलगंज (खीरी,उप्र)में है। इन्हें हिन्दी व अंग्रेजी भाषा का ज्ञान है। जिला-लखीमपुर खीरी निवासी शिवेन्द्र … Read more

गणेश जी की संरचना में छुपा है बड़ा अर्थ

गोपाल मोहन मिश्रदरभंगा (बिहार)******************************************************************* श्री गणेश चतुर्थी स्पर्धा विशेष….. भगवान गणेश के ४ हाथ,४ दिशाओं के प्रतीक हैं,जिसका मतलब है कि ईश्वर सर्वव्यापक हैं I संसार में जो कुछ भी घटित हो रहा है,भगवान उससे अनभिज्ञ नहीं हैं I भगवान गणेश के बड़े-बड़े कान हमें यह सीख देते हैं कि जीवन में अधिक से अधिक … Read more

मैं बंद किवाड़ों-सी

डॉ. वंदना मिश्र ‘मोहिनी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)***************************************************************** तू दस्तक़,मैं बंद किवाड़ों-सी,तू बादल,मैं एक चमकती बिजली-सी।तू रिमझिम सावन,मैं ठंडी फुहार-सी,तू आवाज,मैं रुंधे हुए स्वर-सी। तू धड़कन,मैं तेरे अंदर की रूह-सी,तू पूर्ण,मैं सिर्फ कुछ एक अंश-सी।तू एक सपना,मैं हकीकत-सी,तू हिमालय,मैं बर्फ-सी पिघलती-सी। तू साहिर का प्रेम,मैं इमरोज का एकतरफा इश्क-सीतू शोर,मैं खामोशी-सी।तू इंद्रधनुष,मैं श्यामल वर्ण-सी,तू अहसास,मैं धड़कनों-सी। तू नींद,मैं सपनों-सी,तू … Read more

स्वतंत्रता दिवस:बलिदानों की कहानी

योगेन्द्र प्रसाद मिश्र (जे.पी. मिश्र)पटना (बिहार)********************************************************************* स्वतंत्रता दिवस विशेष …….. १५ अगस्त २०२० को हमारा ७४ वाँ स्वतंत्रता दिवस है। प्रथम स्वतंत्रता दिवस १५ अगस्त १९४७ को मनाया गया था; जिसमें मैंने भी भाग लिया था। उस समय मैं कोई १० वर्ष का रहा होऊँगा और गाँव के विद्यालय की प्रथम कक्षा का विद्यार्थी। मुझे … Read more

‘पराधीनता’ अभिशाप,तो ‘स्वाधीनता’ वरदान

गोपाल मोहन मिश्रदरभंगा (बिहार)******************************************************************* स्वतंत्रता दिवस विशेष …….. ‘पराधीन सपनेहुँ सुख नाहीं’-इस उक्ति का अर्थ होता है कि पराधीन व्यक्ति कभी भी सुख को अनुभव नहीं कर सकता है। सुख पराधीन और परावलंबी लोगों के लिए नहीं बना है। पराधीनता एक तरह का अभिशाप होता है। मनुष्य तो बहुत दूर,पशु-पक्षी भी पराधीनता में छटपटाने लगते … Read more

सम्मान

डॉ. वंदना मिश्र ‘मोहिनी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)***************************************************************** मैंने तुम्हें कितनी बार कहा है कि,हमारे बीच ऐसा कुछ नहीं हो सकता हैl केशव की आँखों में यह कहते हुए गुस्सा भी था और किसी अपने को समझाने वाला अपनत्व भीl जो तुमको कहा है,तुम सिर्फ वो ही करो लेकिन मैंने कुछ कहा नहीं कि हमारे बीच कुछ होना जरूरी … Read more

हर्षित तन-मन

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)**************************************************** हुई प्रतीक्षा की घडी़,देखो आज समाप्त।जिसकी चाहत थी हमें,हुआ वो अवसर प्राप्त।हुआ वो अवसर प्राप्त,राममंदिर भू-पूजन।और यह शिलान्यास,देखकर हर्षित तन-मन।रामलला की पूर्ण,हो गई आज परीक्षा।रहे टेण्ट में खूब,खतम प्रभु हुई प्रतीक्षा॥ परिचय- शिवेन्द्र मिश्र का साहित्यिक उपनाम ‘शिव’ है। १० अप्रैल १९८९ को सीतापुर(उप्र)में जन्मे शिवेन्द्र मिश्र का स्थाई व वर्तमान बसेरा … Read more

राम की कीर्ति वनवास में!

योगेन्द्र प्रसाद मिश्र (जे.पी. मिश्र)पटना (बिहार)********************************************************************* राम जन्मभूमि मंदिर के लिए यह संयोग ही है कि भूमिपूजन उस ५ अगस्त को हुआ,जिस ५ को गत वर्ष जम्मू-कश्मीर राज्य से संविधान की ३७० ए धारा उठा ली गई और जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख को केन्द्र शासित प्रदेश बना दिया गया। इसकी प्रतिक्रिया में पाकिस्तान में खलबली मची … Read more