माँ,तू कितनी अच्छी है…

डॉ. वंदना मिश्र ‘मोहिनी’ इन्दौर(मध्यप्रदेश) ***************************************************************** ‘अन्तर्राष्ट्रीय मातृत्व दिवस’ १० मई विशेष………. `माँ’ कितना कुछ छुपा है इस एक छोटे से शब्द में,माँ मतलब पूरी दुनिया,औऱ दुनिया मतलब माँl जब एक छोटा-सा बच्चा माँ के आँचल में छुप कर सोता है तो उसे किसी जन्नत से कम नहीं लगता। इस `तालाबन्दी` के दौरान में भी … Read more

माँ,मुझे माफ कर दो…

गोपाल मोहन मिश्र दरभंगा (बिहार) ******************************************************************************** ‘अन्तर्राष्ट्रीय मातृत्व दिवस’ १० मई विशेष………. माँ के बार-बार मना करने के बाद भी एक दिन लोकेश के मामा ने अपनी बहन को मोबाइल फ़ोन उपहार स्वरुप दे दिया। अब मोबाइल फ़ोन हाथ में पकड़ कर माँ उलझन में पड़ गयी,क्योंकि उन्हें तो मोबाइल के बारे में कुछ भी … Read more

निश्चित सूरज कल निकलेगा

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’ लखीमपुर खीरी(उप्र) **************************************************** कोशिश कर ले हल निकलेगा। पत्थर से भी जल निकलेगा। बहुत घना तम छाया लेकिन- निश्चित सूरज कल निकलेगा। घूम रही है मौत सड़क पर- बाहर बस पागल निकलेगा! मत घबराकर साहस त्यागो- धीरज रख,हर पल निकलेगा। धर्म,जाति में भटक गए तो- हर प्रयास निष्फल निकलेगा। अगर रहे तुम,अपने … Read more

रिश्तों को खोखला करता है अहंकार

डॉ. वंदना मिश्र ‘मोहिनी’ इन्दौर(मध्यप्रदेश) ***************************************************************** ‘अहम’ या अहंकार होना एक सहज प्रवृत्ति है जो समान्यतः बहुत से लोगों में पायी जाती है। जिसमें अहंकार होता है वह अपने बल,बुद्धि,राज्य,भाषा, संस्कृति और अपनी प्रत्येक चीज पर घमंड’ करता है,उन्हें ‘श्रेष्ठतम समझता है और अन्यों को तुच्छ या हीन! इस कारण वह आक्रान्ता(आक्रामक) हो जाता है। … Read more

मिटे हृदय दुर्भावना

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’ लखीमपुर खीरी(उप्र) **************************************************** भगवन मेरी प्रार्थना,करिए यह स्वीकार। मिटे हृदय दुर्भावना,फैले जग में प्यार। फैले जग में प्यार,रहें मिलजुल कर सारे। हों सब जन खुशहाल,न हो दुःख के अँधियारे। कहता ‘शिव’ दिव्यांग,सदा महके यह उपवन। हो उत्तम परिवेश,प्रार्थना मेरी भगवन। परिचय- शिवेन्द्र मिश्र का साहित्यिक उपनाम ‘शिव’ है। १० अप्रैल १९८९ को सीतापुर(उप्र)में … Read more

आदत

गोपाल मोहन मिश्र दरभंगा (बिहार) ******************************************************************************** कभी-कभी यूँ ही अकेला, निकल जाता हूँ मैं वहाँ जहाँ तनहाईयाँ हो, जहाँ वक्त ठहरा हुआ सा लगे जहाँ भीड़ हो दरख्तों की, खुशबूएँ हो फूल-पत्तियों की नदियों के कल-कल शोर में भी, खामोशियों के भंवर खुले जहाँ। अच्छे तो लगते हैं, गूँजते सन्नाटे पहाड़ों के मगर ऊब जाता … Read more

माँ हँसकर सहती पीर

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’ लखीमपुर खीरी(उप्र) **************************************************** माँ संतति के वास्ते,हँसकर सहती पीर। ठुकराती औलाद जब,होती बहुत अधीर॥ होती बहुत अधीर,अश्रु आँखों से झरते। किन्तु ना करती रोष,दुआ के शब्द निकलते॥ कहता ‘शिव’ दिव्यांग,न जिसकी कोई सीमा। ईश्वर का उपहार,सृष्टि में होती है माँ॥ परिचय- शिवेन्द्र मिश्र का साहित्यिक उपनाम ‘शिव’ है। १० अप्रैल १९८९ को सीतापुर(उप्र)में … Read more

स्वर्ग

गोपाल मोहन मिश्र दरभंगा (बिहार) ******************************************************************************** जहाँ जमीं आसमां मिलते होंगें, जहाँ चारों दिशाओं की दीवारें गिर जाती होंगीं, जहाँ बादलों पर सोते होंगें लोग जहाँ तारों पर चलते होंगें लोग, जहाँ चाँद पर पिकनिक होती होगी सूरज का अलाव तापा जाता होगा, इन्द्रधनुष जहाँ बच्चों का कोलंबस होगा राहू-केतु खिलौने होंगें, जहाँ प्रेम होगा … Read more

शिक्षा की अलख जगाएं हम

सम्पदा मिश्रा इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) ********************************************* आओ देश के वीर सपूतों, एक नया राष्ट्र बनायें हम… देश के हर कोने-कोने में, शिक्षा की अलख जगाएं हम। बच्चे जो है कर्णधार, जलते दीये की बाती हैं… पर शिक्षा से क्यों वंचित है, जब भारत माँ की थाती हैं। आओ अपने नेह-प्रेम से, उनको गले लगाएं हम। … Read more

..पड़ेगा सबको रोना

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’ लखीमपुर खीरी(उप्र) **************************************************** ‘कोरोना’ को मानते,अति साधारण रोग। भीड़ लगाकर कर रहे,असफल सभी प्रयोग। असफल सभी प्रयोग,बताएं कुछ मजबूरी। नहीं मानते लोग,न कायम रखते दूरी। कहता ‘शिव’ दिव्यांग,पडे़गा सबको रोना। लापरवाही यार,बढा़ देता कोरोना। परिचय- शिवेन्द्र मिश्र का साहित्यिक उपनाम ‘शिव’ है। १० अप्रैल १९८९ को सीतापुर(उप्र)में जन्मे शिवेन्द्र मिश्र का स्थाई व … Read more