पंछी कलरव में संगीत
रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** झरनों में संगीत बहे, नदियों में है गीत बहे। फूलों से झांके सरगम, हर पत्ता एक ग़ज़ल कहे। पंछी कलरव में संगीत, अश्रु धारा में बहे गीत। रिमझिम बूंदें गिरती हैं, मेघ बरसाए फिर प्रीत। सात सुर में सजते गीत, छेड़ दो मधुर संगीत। आई सुखद मिलन बेला, विरहन … Read more