शिव स्तुति

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ***************************************************************************** शिव के रूप अनंत है,शिवा नाम आधार। शिव महिमा गायें सदा,शिवा लगाएं पार। शिवा लगाएं पार,भंवर से वही उबारे। वही डूबती नाव,को है पार उतारे। जीवन का हर कष्ट,दूर करते हैं हर शिव। सभी क्लेश अज्ञान,मिटाते रहते हैं शिव॥ शिव शक्ति अनमोल है,शिव ईश के ईश। शिव की महिमा गाइए,सदा … Read more

परीक्षा

गंगाप्रसाद पांडे ‘भावुक’ भंगवा(उत्तरप्रदेश) **************************************************************** ये जीवन एक परीक्षा, सब हरि इच्छा पग-पग परीक्षाओं का दौर, हर हाल में उत्तीर्ण होने की होड़, येन-केन प्रकारेण परिणाम हो हमारा मनचाहा, करना पड़े चाहे जितने भी छल-प्रपंच, आज बना यही सफलता का मूल मंत्र, जबकि यही अनैतिक तरीके, गलत हथकंडे हैं असली हार, आइए मनन करें किसी … Read more

जय भारत,जय भारत धरती

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ***************************************************************************** युद्ध नहीं है धर्म हमारा, हम तो शांति पुजारी हैं। छेड़ा अगर किसी ने तो, हम नहीं छोड़ने वाले हैं॥ चिंगारी को छेड़ोगे तो, बन अंगार मिटा देंगे। यदि हमसे टकराओगे तो, चूर-चूर कर डालेंगे॥ अरे दुष्ट! तेरी यह हरकत, कभी सफल नहीं होगी। तेरी सारी गीदड़ हरकत, डर-डर कर … Read more

गाँव

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ***************************************************************************** सुंदर सुषमा से भरा हुआ, था नदियों में जल भरा हुआ। धारे नौले नहरें सारी जल- भरी,बाग फल भरा हुआll पनघट जल की धाराएं थी, सुंदर तड़ाग में लहरें थी। फल-फूल भरे उपवन सारे- खलिहानों में हरियाली थीll जाड़ों में गेहूं हरियाली, फिर सरसों पीली मतवाली। बालें सोनी-सी ‌‌गेहूं की- … Read more

आज़ादी

गंगाप्रसाद पांडे ‘भावुक’ भंगवा(उत्तरप्रदेश) **************************************************************** हिंद की आजादी, इतनी आसान नहीं थी हर तरफ आतताइयों की यातनाएं आम थी, फिरंगियों के राज के अजब-गजब ढंग थे, आमजन हर ओर से तंग थे बांटो और राज करो यही उनका मूल मंत्र था, प्रलोभनों का दौर था भारत का जन मौन था, उभरा एक सितारा भारत माँ … Read more

जागो नारी

गंगाप्रसाद पांडे ‘भावुक’ भंगवा(उत्तरप्रदेश) **************************************************************** महिला सुरक्षा बिल, महिला समता अधिकार, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ यंत्र नारीषु पूज्यंते, सब की निकली हवा बलात्कार का घिनौना, क्रम बढ़ता हुआ, महिला अधिकार मानवाधिकार, की ये चलती फर्जी दुकानें बंद करो,बंद करो, महिलाओं उठो,उठो अपनी सुरक्षा के लिये, क्रांति करो पुरुष नाकारा,आवारा, दुष्कर्मी व नपुंसक है अपनी सुरक्षा … Read more

अपना विश्वास जगाना है

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ***************************************************************************** जगना होगा आज स्वयं, नारी को भी निज शौर्य लिये। हिम्मत से जीना होगा निज, स्वाभिमान का अस्त्र लिएll यह इतिहास है भारत का, नारी ने ही संकल्प लिया। माँ दुर्गा ने काली बनकर, सब चंड-मुंड संहार कियाll रानी लक्ष्मीबाई ने भी, फिरंगियों के कत्ल किए। हाहाकार मचा डाला चुन- … Read more

नारी दहन

गंगाप्रसाद पांडे ‘भावुक’ भंगवा(उत्तरप्रदेश) **************************************************************** एक महिला, घेरे चार दरिंदे सहायता के नाम पर बलात्कार, उभरी होगीं अनगिनत चीखें, मर्माहत पुकार… लेकिन दरिंदों के समक्ष सब अप्रभावी बेकार, अमानवीयता का चर्मोत्कर्ष, मानवता तार-तार। शरीर पर अनगिनत घाव, खुद को बचाने का संघर्ष, कुकृत्य के बाद बीच सड़क किया आग के हवाले। क्या इससे भी कुछ … Read more

हे माँ,मुझे शुभ दान दे

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ***************************************************************************** हे माँ,मुझे शुभ दान दे। मैं मलिन मति सद्ज्ञान दे॥ तम भ्रम निराशा युक्त मन, अर्पण तुझे यह मलिन मन, मति-भाव-वाणी विमल कर- सद्भाव सुमति,सुज्ञान दे॥ प्रभामय तुम निराकार, सतत रत हम वद विकार, सुधा-रस-प्रवाहिणी, उज्ज्वल विमल मन भाव दे॥ करुणामयी तुम मूर्ति हो, सकल जग की कीर्ति हो, सरल-सरस … Read more

दृढ़ निश्चय को धारिये

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ***************************************************************************** दृढ़ निश्चय को धारिये,दुविधा मन ना होय। दुविधा मनहिं विसारिये,अथवा निश्चय खोय॥ समता ब्याह विचारिये,कुलीन भले विरूप। रूपावती अशीलता,नहिं वरणीय स्वरूप॥ किसे नहीं है दुख भला,कहां नहीं है दोष। कौन सुखी हो सर्वदा,किसे न दुख पर रोष॥ सदाचार कुल का करे,भाषा देश का ज्ञान। शील भाव से प्रेम का,तन से … Read more