मेरे पापा
रेणु झा ‘रेणुका’ राँची(झारखंड) ******************************************************************* पापा मैं आप-सी बनना चाहती हूँ, सबका भार उठाए पीड़ा अंदर दबाए, चेहरे पर मुस्कान सजाए सबकी इच्छा पूरी करते, खुद के लिए कहां सोचते इतनी उर्जा कहां से लाते हो पापा! मैं उसे जीना चाहती हूँ, पापा मैं आप-सी बनना चाहती हूँll छोटे-छोटे खर्चे बचाना पंखा,लाइट बुझाना, पुरानी चीजें … Read more