अदभुत गणतंत्र का श्रृंगार

संजय गुप्ता  ‘देवेश’  उदयपुर(राजस्थान) ******************************************************************** गणतंत्र दिवस स्पर्धा विशेष……… हे माँ भारती,ये तेरा अदभुत गणतंत्र का श्रृंगार, शीश झुका तेरे चरणों में,मैं नमन करूँ बारम्बार। उन्नीस सौ तीस में किया…

0 Comments

मायका

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** बचपन की यादों को, मैं भुला सकती नहीं। माँ के आँचल की यादें, कभी भूली ही नहीं। दादा-दादी और नाना-नानी, का लाड़ प्यार हमें याद है।…

0 Comments

बात मेरे दिल से ही

संजय गुप्ता  ‘देवेश’  उदयपुर(राजस्थान) ******************************************************************** बात मेरे दिल से ही निकलती है हमेशा काश दुनिया को होता एहसास जरा-सा, पर निकली है बातें,जो मेरी इस बात से शायद इसी बात…

0 Comments

बच्चों को शिक्षित बनाएं

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** रहो हिल-मिलकर मेरे, समाज के भाई बहिनों। मैं लेकर आया हूँ, स्नेह प्यार का संदेशा। रहे हम सब पर, हमारे बड़े-बूढ़ों का हाथ। तभी तो हर…

0 Comments

तुम्हारे लिए गाता हूँ

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** प्यार दिल से करो, तो इसे महसूस करो। दिल की गहराई में, उतर के तुम देखो। तेरे दिल में मेरे लिए क्या चल रहा..। कसम उस…

0 Comments

मकान का रिश्ता

संजय वर्मा ‘दृष्टि’  मनावर(मध्यप्रदेश) ************************************************************* नाना-नानी का मकान, जहाँ बिताई बड़े दिन की छुट्टी नाना का लाड़ नानी दुलार, नाना के हाथों लाई इमरती नानी का झूला, नानी की कहानी…

0 Comments

लो शपथ सब जन

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** नफरतों से कुछ भी, हासिल नहीं होगा। प्यार से रहकर, एक बार तो देखो। जहाँ पर भारत खड़ा है, वहां से भारत सोने की चिड़िया बन…

0 Comments

नया साल २०२० दे आपको सुफल

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** नया साल दे आपको, मनमाफिक परिणाम। सभी ख्वाब पूरे हों, करते प्रार्थना ईश्वर से हम। आपको रिद्धि दे, सिद्धि दे वंश में वृद्धि दे। ह्रदय में…

0 Comments

मोहब्बत किसी और से,दिल्लगी किसी और से…

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** तेरी यादों को अब तक, दिल से लगाये बैठा हूँ। सपनों की दुनिया में, अभी तक डूबा हुआ हूँ। दिल को यकीन नहीं होता, कि तुम…

0 Comments

बनते-बिगड़ते देखा

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** हमने देखा है तस्वीरों को, बनते और बिगड़ते। समय के साथ लोगों की, सोच को बदलते। क्या होते थे वो लोग, और क्या अब हो गए।…

0 Comments