हरियाला सावन

बाबूलाल शर्मा सिकंदरा(राजस्थान) ************************************************* हरित धरा हो सारी, तरुण गिरि श्रंगारी, मीत गीत शीत संग, झूमें पुरवाइया। तरु खग वन्य जीव, रट रहे पीव-पीव, तीज पर्व वृक्षों पर झूलती कुमारियाँ। आएँ मन भावन जो, भाए मन सावन वो, दूर होवे तब सब, मन से दुस्वारियाँ। खेत व फसल प्यारी, वृक्ष रोपि मेड़ क्यारी, नीर का … Read more

केसर वाली घाटी

सुबोध कुमार शर्मा  शेरकोट(उत्तराखण्ड) ********************************************************* केसर वाली घाटी अब तक जो रक्तरंजित हुई थी, धारा तीन सौ सत्तर जो सत्तर साल से लगी हुई थी। इसके साए में कुछ कुपुत्र जीवन का लुफ्त उठाते थे, आतंकी अत्याचार प्रयोग कर भोली जनता को डराते थे। पाँच अगस्त दो हजार उन्नीस को एक नया अवतार हुआ, परम् … Read more

बाढ़ में अटके प्राण

दीपक शर्मा जौनपुर(उत्तर प्रदेश) ************************************************* बाढ़ से निकलने के बाद मेरे प्राण का आधा हिस्सा ही बचा है मेरी देह में, आधा अटका हुआ है बाढ़ में। मेरेे भाई,बहन,मित्र और बहुत-से सगे सम्बन्धी फँसे हैं, अब भी उस भयावह बाढ़ में। सुरक्षाबलों से आग्रह है “मुझे ले चलो फिर वहीं, जहाँ से खींच के लाये … Read more

ऐ वतन…

मोनिका शर्मा मुंबई(महाराष्ट्र) ***************************************************************** ऐ वतन अब हर साँस पर लिख दिया तेरा नाम है, तेरी हिफाजत और रक्षा करना हमारा सर्वप्रथम काम है। घोर अंधकार छाया था ब्रिटिश ने भी हुकुम चलाया था, जो दृढ़ खड़ी हुई युद्ध में और न हार उसने मानी वह वीरांगना कहलाई ‘झाँसी की रानी।` निशीथ का खौफ मिटाकर … Read more

बिना नीड़ के बया बिचारी

बाबूलाल शर्मा सिकंदरा(राजस्थान) ************************************************* कटे पेड़ के ठूँठ विराजी, बया मनुज को कोस रही। बेघर होकर,बच्चे अपने, संगी-साथी खोज रही। मोह-प्रीत के बंधन उलझे, जीवन हुआ क्लेश में। जैसा भी है,अपना है यह, रहना पंछी देश मेंll हुआ आज क्या बदल गया क्यों, कुटुम-कबीला नीड़ कहाँ। प्रातः छोड़ा था बच्चों को, सब ही थे खुशहाल … Read more

इन्तज़ार

राजबाला शर्मा ‘दीप’ अजमेर(राजस्थान) ******************************************************************************************** ज़िंदगानी के सफ़र में एक अजब राही हैं हम, पास आई ठुकरा दी मंजिल,और फिर ढूंढा किए। उनकी गली से यूँ तो,हम हैं गुजरे बेशुमार, उनके घर के सामने,उनका पता पूछा किए। इस सादगी पर उनकी,मैं क्या कहूं कोई कहे, गैर की चर्चा वह मेरे सामने किया किए। साथ वो … Read more

सफलता

मोनिका शर्मा मुंबई(महाराष्ट्र) ***************************************************************** सरस्वती विद्यालय में रुक्मिणी जी का आगमन एक हिन्दी शिक्षिका के रूप में हुआ। वह छठी कक्षा को हिन्दी पढ़ाती। पहले कुछ दिनों में उन्होंने बच्चों से बातचीत कर उन्हें जाना और हर एक बच्चे को परख लिया। कक्षा के सभी बच्चे पढ़ाई में अव्वल एवं खेलकूद में भी अच्छे थे,परंतु … Read more

सावन

बाबूलाल शर्मा सिकंदरा(राजस्थान) ************************************************* सावन मन भावन लगे,भक्ति शक्ति संगीत। सत्यम शिवम् विराजते,पावन सावन प्रीतll पावन सावन प्रीत,चढ़े झूले पर सखियाँ। तकती है मनमीत,बरसती सावन अँखियाँll शर्मा बाबू लाल,नहीं हो भाव अपावन। भक्ति प्रीत संजोग,लुभाए पावन सावनll हर-हर बम-बम गूँजता,नभ में बिजली मेह। वधू,कन्याएँ झूलती,झूले तीज सनेहll झूले तीज सनेह,सजे मेंहदी व कंगन। इन्द्र धनुष … Read more

काश! तुम होते

डॉ.समृद्धि शर्मा जयपुर(राजस्थान) ************************************************************* आज उदास है दिल बहुत, काश! तुम होते मेरे पास तो कह देती अपनी तमाम अनकही बातें तुम्हें… ये सोचकर,कि अब ये मेरी फिक्र नहीं,बल्कि तुम्हारी हैl काश तुम होते मेरे पास… तो ये शाम,जो आज उदास है बहुत, वो तेरी बाँहों के घेरे में सुरमई हो उठती जो चाँद निकला … Read more

कैसे ऋण चुकाएं वीर तुम्हारा

सुबोध कुमार शर्मा  शेरकोट(उत्तराखण्ड) ********************************************************* ऊधम सिंह माँ का गौरव था, वो अमर वीर बलिदानी था। गुलामी स्वीकारी न हर्गिज़, वो वीर अति स्वभिमानी था॥ जलियाँ वाले बाग में जिसने, निर्दोषों को मरवाया था। उसी डायर को लंदन जाकर, ऊधम सिंह ने मार गिराया था॥ अंग्रेजों के जुल्मों को यह बालक, उर में सहन नहीं … Read more