कुल पृष्ठ दर्शन : 420

You are currently viewing सर्च इंजन

सर्च इंजन

सपना सी.पी. साहू ‘स्वप्निल’
इंदौर (मध्यप्रदेश )
********************************************

“बेटा, तुम बैठे-बैठे यह फूहड़ता से नाचती लड़कियों के रील देखते रहते हो, फिर लाइक-कमेन्ट। ये सब ठीक नहीं है। अपना कीमती समय ऐसे मत गंवाओ।” ऐसा समझाते हुए पार्क में अभिषेक की बगल में बैठे हुए वयोवृद्ध अंकल ने कहा।
“अंकल जी, आज के समय में तो यही सब मनोरंजन का साधन है। वैसे भी हम कौन- सा नया काम कर रहे हैं, लड़कियों को नाचते-गाते देखना तो राजा-महाराजाओं तक के शौक रहे हैं।” अभिषेक ने अंकल की बात काटने के अंदाज से बोला।
“अरे बेटा ऐसा नहीं है, ऐसे शौक सब राजाओं के नहीं रहे। तुम छत्रपति शिवाजी के बारे में नहीं जानते क्या ? वे नारी शक्ति का बहुत सम्मान करते थे।”
“अच्छा, अंकल… बताइए कैसे ?”
“बेटा, शिवाजी ने कभी अपने राज दरबार में महिलाओं को मनोरंजन का साधन नहीं बनने दिया। उन्होंने नारियों से कभी अपने दरबार में नृत्य तक नहीं करवाया।”
“अंकल और बताइए…”
“बेटा, मैं तो यही कहूँगा कि, तुम्हें यह सब देखने की अपेक्षा अपना समय ज्ञान बढ़ाने में लगाना चाहिए।” और अंकल उठकर चले गए।

अब अभिषेक की अंगुलियाँ जिज्ञासावश स्वतः गूगल सर्च इंजन पर शिवाजी महाराज टाइप करने लगी।