चिंता कीजिए

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** यह कैसा वर्तमान… ?जिसमें हैं अनेक सामाजिक विडम्बनाएंरोज गिर रहे नैतिक मूल्य,रिश्ते-नाते भी बिखर रहे। स्वार्थ केन्द्रित हो रहा है हर व्यक्ति,जारी है राजनीतिक अवमूल्यन भीआगे बढ़ता…

0 Comments

अखण्ड दीप

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* चरण वन्दना करती हूँ आपको,हे प्रथम पूज्य श्री गणेशधरा के दीनों का दु:ख हरने वाले,हे गजानन्द जी हरिए क्लेश। नमन करती हूँ माता पार्वती को,शुभ, सौभाग्य…

0 Comments

बिटिया पहचान हमारी

मीरा सिंह ‘मीरा’बक्सर (बिहार)******************************* बिटिया है पहचान हमारी,बिटिया है अरमान हमारी। घर-आँगन की रौनक होती,होंठों की मुस्कान हमारी। हर बाधा से टकराती है,बिटिया रखती मान हमारी। आँखों की पुतली लगती…

0 Comments

संविधान सदन…एक सम्मान

डॉ.अशोकपटना(बिहार)********************************** यह एक सम्मान है,विरासत को आगे बढ़ाकरदेश को गौरवान्वित करने का,एक खूबसूरत अहसान है। इतिहास गवाह है,खूबसूरत व बेहतरीन प्रतीक बनकरदेश और दुनिया के सामने,आज़ भी यह भवनगौरवान्वित महसूस…

0 Comments

भोर का सूरज

कमलेश वर्मा ‘कोमल’अलवर (राजस्थान)************************************* भ्रम दूर हो गया अंधकार का,प्रातः काल में नभ था बहुत नीला।भोर का सूरज जब निकला,गहन काली छाया को दूर करता। भ्रम मिटा जब अंधकार का,नील…

0 Comments

नन्हीं गुड़िया रानी

डॉ. कुमारी कुन्दनपटना(बिहार)****************************** तू मेरी नन्हीं गुड़िया रानी है,चाहत है, तू हरदम चहकेदूर-दूर तेरी खुशबू महके,तुमसे फिर शुरू कहानी है। तू कली है मेरे बाग की,तुमसे घर मेरा रौशन हैतू…

0 Comments

तुम्हारा है अभिनंदन

राजबाला शर्मा ‘दीप’अजमेर(राजस्थान)******************************************* गणेश चतुर्थी विशेष.... वक्रतुंड महाकाय गजानन,हम करते तुमको वंदनशिव शंकर गौरी नंदन,करें तुम्हारा अभिनंदन। बल-बुद्धि को देने वाले,विघ्नों को हर लेने वालेविनती सबकी सुनने वाले,उमापुत्र तुम सुख-रंजन।…

0 Comments

मंथन अमृत-विष की हाड़ी

संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )******************************** दुआओं में असर हो ऐसा,मुर्दा खड़ा हो जिंदा जैसाईश द्वार का प्रताप कैसा,जैसा सोचो, मिलता वैसापहुँचे जब भी मांगने पैसा,नहीं मिलेगा पैसा-तैसा। देनी होगी कठिन…

0 Comments

मिलकर रहते, इसलिए….

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** सनातन हिंदू की कोई जात नहीं होती,भाई-चारे के देश में दुश्मनी की बात नहीं होतीकरते हैं वंदन श्री बागेश्वर धाम का,मिलकर रहते इसलिए टकराव की बात नहीं…

0 Comments

पक्षियों से प्रेम

डॉ.अशोकपटना(बिहार)********************************** शहरी क्षेत्र भी प्रकृति से,अनजान नहीं हैझुण्ड में खुशहाली लाने में,सुबह-सुबह पक्षियों काछत पर आकर विचरण करने का उधम,हम-सब पर एक अहसान है। यह हमें अद्भुत प्यार पाने का,अभूतपूर्व…

0 Comments