कैसे माँ बन पाऊँ

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ माँ बिन…! यह अजीब लीला है प्रभु की,माँ बिन जन्म न जीवन पाऊँ।मायावी संसार बीच में,कैसे माँ बिन माँ बन पाऊँ॥ माँ ही जीवन, माँ ही जगती,माँ ही…

0 Comments

मेरा जीवन तेरा

रत्ना बापुलीलखनऊ (उत्तरप्रदेश)***************************************** माँ बिन…! कैसे भूलू माँ मैं तुझको,मेरा यह जीवन तेरा हैतेरे ही फूल से हाथों नेमुझको हरपल सँवारा है। बीमार रही पर हरदम,ख्याल मेरा तू रखती थीमेरे…

0 Comments

कोई तो…

संजय एम. वासनिकमुम्बई (महाराष्ट्र)************************************* माँ बिन…! जिंदगीभर साथ रहकर भी,पास नहीं रहता कोईएक ही छत के नीचे,रहकर भी किसी कोपहचानता तक नहीं कोई। अंधेरे में रहने वालों के,उजाले के लिएजलता…

0 Comments

माँ बिन सब सूना

तारा प्रजापत ‘प्रीत’रातानाड़ा(राजस्थान) ***************************************** माँ बिन…! माँ का प्यार ही सच्चा प्यार,माँ बिन सूना सब संसार। माँ की गोद में बच्चे पलते,माँ के रूप में ईश्वर बसतेमाँ की सेवा स्वर्ग का…

0 Comments

मन शांत, तन भी…

संदीप धीमान चमोली (उत्तराखंड)********************************** माँ बिन…! मन भी शांत, तन भी शांतशांत अब हवाएं भी,ज़िक्र तभी तक है अपनाहो संग जब फिजाएं भी। कौन यहां माँ के आंचल मेंहर आँचल की…

0 Comments

माँ जैसा कुछ भी नहीं

डॉ. कुमारी कुन्दनपटना(बिहार)****************************** माँ बिन…! 'ऊँ' शब्द में ब्रह्मांड समाया,माँ शब्द में सृष्टि समाईमाँ का रिश्ता अतुलनीय है,माँ जैसा कुछ भी ना पाई। इस रंग बदलती दुनिया में,ऐसे कितने रिश्ते…

0 Comments

माँ कृपा बड़ी निराली

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** माँ कृपा बड़ी निराली है,करो समर्पण फिर जिंदगी में खुशहाली हैभले ही माँ भूखी रह जाती है,मुझे आई तृप्ति की डकार से माँ संतुष्ट हो जाती है।…

0 Comments

सुन्दर देश बनाना चाहिए

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* रौब सत्ता का नहीं सबको दिखाना चाहिए।आम जनता पर नहीं यूँ ज़ुल्म ढाना चाहिए। इक घड़ी को याद आती जब नहीं उसको मेरी,तब मुझे…

0 Comments

मिट्टी बचाओ…

डॉ.अशोकपटना(बिहार)********************************** पृथ्वी का एक अद्भुत,अनमोल व उत्कृष्ट श्रंगार हैइसमें सन्निहित मानवीय मूल्यों का,सबसे खूबसूरत दिखता व्यवहार है। यह पृथ्वी पर ईश्वरीय वरदान है,समस्त जनमानस के लिएतैयार यह अनूठा अभिमान है,पृथ्वी…

0 Comments

जीवन

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************** जीवन छोटाउम्मीदें बहुत हैंकैसे पूरी हों ! आशा जीवननिराशा भी जीवनसमझे कौन ? दु:ख जीवनहर्ष भी है जीवनसमझे अब। जीवन नैयाफल-फूल रही हैप्रभु तुमसे। जीवन…

0 Comments