प्रेम दिवस कैसे मनाऊँ…!
डॉ. अनिल कुमार बाजपेयीजबलपुर (मध्यप्रदेश)*********************************** कटे पड़े थे अंग जमीं पर,तड़प रहे थे वीर हमारेलाल हुई थी माटी सन के,बहे लहू के अविरल धारेइतनी चीखें इतनी आहें,गीत प्यार के कैसे…
डॉ. अनिल कुमार बाजपेयीजबलपुर (मध्यप्रदेश)*********************************** कटे पड़े थे अंग जमीं पर,तड़प रहे थे वीर हमारेलाल हुई थी माटी सन के,बहे लहू के अविरल धारेइतनी चीखें इतनी आहें,गीत प्यार के कैसे…
विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस विशेष... शिशु क्या जाने,उसका तुझसे,कैसा नाता है।पर मुख पर पहला अक्षर,क्यों तेरा आता है॥ जन्म लिया धरती पर रोया,माँ-अम्मा कह करतू ही बतला,क्यों आया यह,अनजाना…
डाॅ. पूनम अरोराऊधम सिंह नगर(उत्तराखण्ड)************************************* मैं हूँ सुर्ख लाल पलाश,नहीं रहता सदाबहारबसंत पंचमी से होली तक,अवश्य आता हूँ हर साल। जीने की नव राह दिखाता,राहगीरों के मन को रिझाताअपने रंग…
श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस विशेष.... नमन करो हे भारतवासी,मातृभाषा दिवस है आजहिन्दी भाषा ही अपनाओ,सर पे रखो हिन्दी का ताज। हम सब भारतवासियों की,अपनी मातृभाषा है हिन्दीजैसे…
उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) ****************************************** अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस विशेष.... हिंदी हूँ मैं! मीठी मधुर भाषा,तुम भी मुझे अपनाओ न,क्यों पड़ते धर्म के चक्कर में,तुम भी हिंदी बन जाओ न…। जन-जन की तो…
डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’कोरबा(छत्तीसगढ़)******************************************* अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस विशेष.... लेखक कवि की लेखनी का हिंदी ही तो गान है।हिंदी हमारी चेतना,हिंदी हमारी शान है॥ सरगम के सुर में सज रहे,और से रहे…
डॉ.अशोकपटना(बिहार)*********************************** अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस विशेष…. मातृभाषा जन्मोपरांत,जीवन का प्रथम पथ्य हैयही सांस्कृतिक समर्पण,और सामाजिक सत्य है। यह प्रथम सीख है,राष्ट्रीयता का उत्तमव सर्वोत्तम प्रमाण है,ज़िन्दगी में सफल होने कासर्वोत्तम अभिमान…
कविता जयेश पनोतठाणे(महाराष्ट्र)**************************************** आज मैंने खुद से एक वादा किया है,दुनिया के बंधनों औऱ जज्बातों केआडम्बरों से खुद को आधा किया है,आज पहली बार मैंनेखुद से प्यार थोड़ा-सा ज्यादा किया…
शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस विशेष…. सब भाषाओं की जननी है लगे हमारी हिन्दी प्यारी,शोभित भाल भारती माँ के बच्चों की है ये महतारी।हिन्दी का आकाश बड़ा हर…
ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*********************************************** अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस विशेष…. हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा है,जन-जन की अभिलाषा हैएकता के सूत्र में जो बांधे,वो भारत की शौर्य गाथा है। हिंदी हमारी आन-बान हैभारत माता…