प्रकाशन सहायता अनुदान हेतु पाण्डुलिपि आमंत्रित

भोपाल (मप्र)। साहित्य अकादमी (मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद्, मप्र शासन संस्कृति विभाग, भोपाल) द्वारा कैलेण्डर वर्ष २०२२ और २०२३ के कृति पुरस्कार एवं मध्यप्रदेश की ६ बोलियों के पुरस्कार हेतु लेखकों…

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‘आया मनभावन वसंत’:प्रथम विजेता ललित गर्ग व डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’

इंदौर (मप्र)। हिन्दी भाषा की लोकप्रियता और बढ़ाने एवं रचनाशिल्पियों को सतत स्पर्धा से प्रोत्साहित किए जाने के क्रम में इस बार ७९ वीं स्पर्धा 'आया मनभावन वसंत' विषय पर…

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भाषाएं, भारतीय कला और संस्कृति की संवर्धक

भारतीय भाषा सम्मेलन... इंदौर (मप्र)। भारतीय ज्ञान परम्परा में भाषा का अपना महत्व है। हमारी भारतीय संस्कृति की प्रवाहिका भाषा ही है। भारतीय भाषाओं में वह शक्ति है, जो हमें…

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संग्रह ‘क्षण, समय और…’ लोकार्पित

दिल्ली। ९ मार्च को हन्सराज कॉलेज (दिल्ली) के सभा खंड में परिचित-अपरिचित- सुपरिचित महानुभावों की साक्षी में रचनाकार विष्णु पंड्या (अहमदाबाद) के प्रथम काव्य संग्रह 'क्षण, समय और…' का लोकार्पण…

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श्री सिंघल की कविताओं में भारतीय मनीषा अपने उच्चतम स्वर में

विमोचन.. दिल्ली। डॉ. निश्छल ने साहित्यिक जगत में पुस्तकों के लेखन में जिस प्रकार शतक को छुआ है, वह अपने-आपमें बहुत ही अनुकरणीय, अद्भुत और अनुपम है। श्री सिंघल की…

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देअविवि में १४ मार्च को भारतीय भाषा सम्मेलन

इंदौर (मप्र)। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की तुलनात्मक भाषा एवं संस्कृति अध्ययनशाला, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास (नई दिल्ली) और भारतीय भाषा समिति (नई दिल्ली) के संयुक्त तत्वावधान में विश्वविद्यालय के सभागार…

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‘गुलारा बेगम’ के अनुवाद को साहित्य अकादमी पुरस्कार

दिल्ली। साहित्य अकादमी ने सोमवार को दिल्ली में अनुवाद विधा के पुरस्कार घोषित किए। इसमें इंदौर के ख्यातनाम और व्यास सम्मान से विभूषित साहित्यकार शरद पगारे के मशहूर उपन्यास 'गुलारा…

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पुस्तक ‘दिव्यांगताःसमग्र उपागम’ विमोचित

काशी (उप्र)। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन सभागार में दिव्य कला समागम के उद्घाटन समारोह में प्रसिद्ध लेखक, शिक्षाविद एवं मनोवैज्ञानिक डॉ. मनोज कुमार तिवारी द्वारा सम्पादित पुस्तक 'दिव्यांगताःसमग्र…

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‘अवसर साहित्य समाचार’ प्रकाशित कर बड़ा काम किया-डॉ. शुक्ल

पटना (बिहार)। साहित्य तो हमारे जीवन का साथी होता है, एक ऐसा साथी जो हमें जीवन जीने की तमीज सिखाता है। सिर्फ कहानी, कविता या लघुकथा लिखने भर से आज…

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हिंदी में याचिका के मामले में ‘वैश्विक हिंदी सम्मेलन’ बना पक्षकार

जनभाषा में न्याय... पटना (बिहार)। देश-दुनिया में भारतीय भाषाओं के प्रयोग व प्रसार को बढ़ाने के लिए निरंतर कार्यरत मुम्बई की संस्था 'वैश्विक हिंदी सम्मेलन' संघर्षरत है। सम्मेलन ने पटना…

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