जख्म गहरा…दिखाया ही नहीं

संजय गुप्ता  ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) *************************************** दर्द-ए-दिल भी मुझे तुमने बताया ही नहीं।जख्म गहरा हुआ तुमने दिखाया ही नहीं। काश! कि तुम मुझे अपना समझती प्यार में,एक इस बात को तुमने निभाया…

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दूर मंज़िल क्यों है ?

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* खोया अपना साहिल क्यों हैं।दूर अभी तक मंज़िल क्यों है। मँहगाई से अपना लीडर,आखिर इतना गाफिल क्यों है। सूरज-चाँद तुम्हारे दीपक,बे-रौनक़ फिर महफिल क्यों…

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सच कहने से डरना मत

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* सच कहने से डरना मत।बात ग़लत कुछ करना मत। आग हसद में बरना मत।चैन किसी का हरना मत। मक़सद हो सौ बार मरो,बिन मक़सद…

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कुछ नहीं होगा

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* निशाने से तुम्हारे अब हमारा कुछ नहीं होगा।डराने से तुम्हारे अब हमारा कुछ नहीं होगा। बताने से तुम्हारे अब हमारा कुछ नहीं होगा।सिखाने से…

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तबस्सुम आना चाहिए

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* साथ कोरस मिल के गाना चाहिए।धीरे-धीरे गुनगुनाना चाहिए। घर से बाहर ही मसाइल छोड़ कर,ले तबस्सुम घर में आना चाहिए। पास मेरे आ चुका…

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नाम कर

विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद विनम्र’इन्दौर(मध्यप्रदेश)************************************* चुपचाप अपना तू काम कर,जग में फिर अपना नाम कर। जहां मिलता हो सुकून तुझे,रुक कर वहीं पर शाम कर। तराश खुद को कोहिनूर-सा,ऊंचा अपना…

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मज़हब को हथियार मत बनाओ

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* इसको लड़ाई का अब आधार मत बनाओ।मज़हब को आज हरगिज़ हथियार मत बनाओ। जीवन को इस तरह से बीमार मत बनाओ।आँगन में मेरे भाई…

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दूरियाँ नहीं रखते

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* प्यार से बुलाते हैं।प्यार ही सिखाते हैं। जो मिलें दबे कुचले,हम गले लगाते हैं। हैं दलित भी मान वही,क्यूँ इन्हें भगाते हैं। जो मिले…

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दिन कैसा होगा!

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ ये न पूछो कि जो दिन आयेगा कैसा होगा,कश्तियाँ मोम की और आग का दरिया होगा। कोई दफ़्तर हो कि स्कूल कि पूजा घर हो,सारी बस्ती पे धुआँ…

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सूरत बदलनी चाहिए

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* देश की हालत संभलनी चाहिए।बद तरीं सूरत बदलनी चाहिए। अब सियासतदान की हरकत कोई,आम जनता को न खलनी चाहिए। जिस पे राज़ी हो सके…

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