भविष्य की सांस्कृतिक आहट है ‘बुलडोजर’ ?

अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश)  ****************************************** संवेदनशील कवि बसंत सकरगाए ने अपनी ताजा कविता में एक बुलडोजर-सा सवाल उठाया है-'अब, जबकि एक यंत्रबाक़ायदा शामिल हो चुका हैतथाकथित धर्मयुद्ध के षड्यंत्र मेंजैसे हमारा राष्ट्रीय…

0 Comments

बुद्ध हैं धर्म एवं व्यक्ति क्रांति के शिखर

ललित गर्गदिल्ली ************************************** बुद्ध पूर्णिमा-१६ मई विशेष... बुद्ध जयन्ती (बुद्ध पूर्णिमा) बौद्ध धर्म में एवं मानवता में आस्था रखने वालों का एक प्रमुख त्यौहार है। बुद्ध जयन्ती वैशाख पूर्णिमा को…

0 Comments

आखिर वास्तविक पीड़ितों को कब मिलेगा अधिकार ?

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) *********************************** देश को आजाद करवाने में मंगल पांडे से लेकर पं. मदन मोहन मालवीय तक, सुभाष चंद्र बोस से लेकर बाल-पाल-लाल तक सवर्ण समाज के क्रांतिकारियों, बलिदानियों के…

0 Comments

कभी न करें जन्मदाता की उपेक्षा

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)****************************************** माँ अनमोल रिश्ता (मातृ दिवस विशेष) … मेरी माँ श्रीमती समुंद्री बाई जैन के प्रति विनम्र श्रद्धांजलि। मुझे इस बात का बहुत दुःख है कि अपने माता-पिता की…

0 Comments

युगद्रष्टा रवींद्र

नमिता घोषबिलासपुर (छत्तीसगढ़)**************************************** भारतीय संस्कृति चेतना के संवाहक गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर को उनकी १६२वीं जन्म जयन्ती पर भावनात्मक श्र्द्धा निवेदन।'आमार सोनार बांग्ला आमी तोमाये भालो बासी, चिरोदिन तोमार आकाश, तोमार…

0 Comments

शाहबाज़ शरीफ की परेशानियां

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ************************************************** हमेशा की तरह पाकिस्तान की इमरान सरकार ५ साल के पहले ही उलट गई। इस बार उसे पाकिस्तान की फौज ने नहीं, अदालत ने उलटाया है। यदि…

0 Comments

आरक्षण:देशहित में समीक्षा जरूरी

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) *********************************** देश में पिछले सत्तर साल से जातिगत आरक्षण लागू है, क्या इन सत्तर सालों में एक भी आरक्षित वर्ग का परिवार सामान्य बन पाया है या नहीं…

0 Comments

अक्षय तृतीया:सर्वसिद्ध मुहूर्त वाला दिन

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** 'अक्षय’ शब्द का मतलब है-जिसका क्षय या नाश न हो। मत्स्यपुराण, पद्मपुराण, विष्णुधर्मोत्तर पुराण, स्कन्दपुराण में इस तिथि का विशेष उल्लेख है। यह दिन अबूझ या…

0 Comments

स्वदेशी, उद्यमिता और सहकारिता के भाव से ही स्वावलंबन

डॉ. पुनीत कुमार द्विवेदीइंदौर (मध्यप्रदेश)********************************** वर्तमान में आधुनिकता की चाल में भाग रहे भोगवादिता के पुजारियों की स्थिति अत्यंत दयनीय प्रतीक हो रही है। पाश्चात्य का व्यापक दुष्प्रभाव भारतीय संस्कृति…

0 Comments

चिकित्सकों को दोष देने के बजाय जागरूकता जरूरी

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) *********************************** आज के दौर में लगभग सभी लोगों को चाहे वह अमीर हो या गरीब, कृषक हो या मजदूर, नेता हो या व्यापारी, नौकर हो या मालिक, अधिकारी…

0 Comments