भविष्य की सांस्कृतिक आहट है ‘बुलडोजर’ ?
अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश) ****************************************** संवेदनशील कवि बसंत सकरगाए ने अपनी ताजा कविता में एक बुलडोजर-सा सवाल उठाया है-'अब, जबकि एक यंत्रबाक़ायदा शामिल हो चुका हैतथाकथित धर्मयुद्ध के षड्यंत्र मेंजैसे हमारा राष्ट्रीय…