अब तो हमारी सुध लो

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’ रावतसर(राजस्थान)  ********************************************************************************* संसार के रचयिता हम पर है नजर तेरी, करते हैं याद तुमको हर सांझ और सवेरी। अब तो हमारी सुध लो ओ बंसी के…

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नया राम

डॉ.सोना सिंह  इंदौर(मध्यप्रदेश) ********************************************************************* इसकी-उसकी,पास-पड़ोस की, दोस्त की रिश्तों की... वैश्विक चिंता के साथ हर दिन नई पीड़ा, नए दर्द के साथ जूझता हुआ मिलता है..। क्या होगा उसका कल...?…

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नववर्षाभिनंदन

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरे मंडला(मध्यप्रदेश) *********************************************************************** भारतीय नववर्ष-नवसंवत्सर विशेष,,,,,,,,,,, मस्तक पर खुशियों का चंदन, करें कर्म औ'श्रम का वंदन आशाओं को करें बलवती, कुंठाओं का रोकें क्रंदन... नवल वर्ष का…

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`कोरोना’ हमसे डरेगा…

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’ बूंदी (राजस्थान) ****************************************************************** खुशियों की बिसातें होंगी, रौनकें हर अहाते होंगी। अंत 'कोरोना' का भी निश्चित, गुजरे जमाने की बातें होंगी। आज के दम पर…

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निपटारा

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’ मुंबई(महाराष्ट्र) ********************************************************* दरवाजे पर किसी ने थी घंटी बजाई, हमने भी पुरजोर बेटे को आवाज थी लगाई, दिया आदेश दरवाजा खोलने का... दरवाजा उघेड़ा तो, सामने…

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सूरज,छोड़िए अभिमान

गोपाल चन्द्र मुखर्जी बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************************ न जाने,कौन-से अभिमान से, अभिमानी हैं आप,हे प्रखर सूर्यl चैत्र के माह में भी आप, छिपे हैं हिमालय चद्दर की आड़ मेंl क्या आप…

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खुशियों का संसार हमारे हाथों में

ओम अग्रवाल ‘बबुआ’ मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************************************** `कोरोना` का क्यूँ कर रोना,उपचार हमारे हाथों में, रक्षा और सुरक्षा का,अधिकार हमारे हाथों में। तन से तन की दूरी रक्खें,और स्वच्छता खूब रहे- हम…

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बदला

बाबूलाल शर्मा सिकंदरा(राजस्थान) ************************************************* बदला- बदला लिया कलिंग ने,किया मगध का ह्रास! दोनो तरफ विनाश बस,पढ़िए जन इतिहास! पढ़िये जन इतिहास,सत्य जो सीख सिखाए! भूत भावि संबंध,शोध नव पंथ दिखाए!…

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खुशी तुझे दे दूँ

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** दिल करता है, जिंदगी तुझे दे दूँ। जिंदगी की सारी खुशी तुझे दे दूँ। दे दे अगर तू मुझे, भरोसा अपने साथ का। तो यकीन कर…

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आचरण रखें मर्यादित

निर्मल कुमार शर्मा  ‘निर्मल’ जयपुर (राजस्थान) ***************************************************** मानव द्वारा मर्यादा की जब,सीमा लाँघी जाती है, करने मर्यादित पुनः उसे प्रकृति दायित्व निभाती है। भय बिनु प्रीत नहीं,वो जाने दण्ड बिना कब…

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