सूरज,छोड़िए अभिमान

गोपाल चन्द्र मुखर्जी बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************************ न जाने,कौन-से अभिमान से, अभिमानी हैं आप,हे प्रखर सूर्यl चैत्र के माह में भी आप, छिपे हैं हिमालय चद्दर की आड़ मेंl क्या आप…

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खुशियों का संसार हमारे हाथों में

ओम अग्रवाल ‘बबुआ’ मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************************************** `कोरोना` का क्यूँ कर रोना,उपचार हमारे हाथों में, रक्षा और सुरक्षा का,अधिकार हमारे हाथों में। तन से तन की दूरी रक्खें,और स्वच्छता खूब रहे- हम…

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बदला

बाबूलाल शर्मा सिकंदरा(राजस्थान) ************************************************* बदला- बदला लिया कलिंग ने,किया मगध का ह्रास! दोनो तरफ विनाश बस,पढ़िए जन इतिहास! पढ़िये जन इतिहास,सत्य जो सीख सिखाए! भूत भावि संबंध,शोध नव पंथ दिखाए!…

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खुशी तुझे दे दूँ

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** दिल करता है, जिंदगी तुझे दे दूँ। जिंदगी की सारी खुशी तुझे दे दूँ। दे दे अगर तू मुझे, भरोसा अपने साथ का। तो यकीन कर…

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आचरण रखें मर्यादित

निर्मल कुमार शर्मा  ‘निर्मल’ जयपुर (राजस्थान) ***************************************************** मानव द्वारा मर्यादा की जब,सीमा लाँघी जाती है, करने मर्यादित पुनः उसे प्रकृति दायित्व निभाती है। भय बिनु प्रीत नहीं,वो जाने दण्ड बिना कब…

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‘कोरोना’ को दूर करो ना

उषा शर्मा 'मन' जयपुर (राजस्थान) **************************************************** एक-दूसरे के संपर्क में आने से डरो ना, सबमें स्वच्छता का संदेश भरो ना। हाथ ना मिलाने के बजाय 'नमस्ते' करो ना, स्वयं ही…

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धन्य तुम हो हे जन

दिप्तेश तिवारी दिप रेवा (मध्यप्रदेश) **************************************************** धन्य तुम हो भारतवासी,माटी सदा ऋणी रहेगी, संघर्ष समय में सहयोग तुम्हारा,सदा गुणी रहेगी। घर में रह कर तुमने,निज कर्तव्यों का मान रखा, धन्यवाद तुम…

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अंधेरों का दर्द

अरशद रसूल, बदायूं (उत्तरप्रदेश) ********************************************************************* रूबरू जब कोई हुआ ही नहीं, ताक़े दिल पर दिया जला ही नहीं। ज़ुल्मतें यूं न मिट सकीं अब तक, कोई बस्ती में घर जला…

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निश्चित ही ‘कोरोना’ को जीतोगे

सुबोध कुमार शर्मा  शेरकोट(उत्तराखण्ड) ********************************************************* करुणा से तुम निश्चित ही 'कोरोना' को जीतोगे, स्वहित ओ परहित चिंतन तुम उर में जब लहोगे। एकांतवास ओ स्वच्छता घर भर में तुम लाओ,…

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चिकित्सक हैं ईश..

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************** डॉक्टर नर्स- सब निभा रहे हैं, अपना फ़र्ज। कर तू पूजा- चिकित्सक हैं ईश, का रूप दूजा। न होना खफ़ा- डॉक्टर की दवा…

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