हवा जहरीली
ओम अग्रवाल ‘बबुआ’ मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************************************** नन्हें-नन्हें बच्चों की भी,अब आँखें क्यूँ गीली हैं, सुर्ख हरे पौधों की पत्ती,हरी नहीं क्यूँ पीली है। पावन पुण्य पवन भोर का,कड़वा कड़वा लगता है, ऐसा क्या बस इसीलिये जो,आज हवा जहरीली हैll क्यूँ खराश है ग्रीवा में,क्यूँ जलन आँख में होती है, क्यूँ उपवन के आँगन में भी,घुटन साँस … Read more