सोया नाहर छेड़ता,देश पड़ोसी चीन

ओम अग्रवाल ‘बबुआ’मुंबई(महाराष्ट्र)*********************************************** दोहा-पंचशील सिद्धांत का,शाँति अहिंसा मूल।बबुआ अंतस में खिलें,नित्य नेह के फूल॥ चौपाईयाँ-बबुआ खल को कौन विधाना।शाँति दूत को कायर माना॥ बार-बार जो रोष जतावे।कारण और अकारण आवे॥…

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गाँधी जी के नेक विचार

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************** गाँधी सुंदर कहते बात,छोड़ गये अनुपम सौगात।सत्य अहिंसा नेक विचार,श्रेष्ठ संदेश उनका सारll नारी का होवे सम्मान,कभी न झेले वो अपमान।नारी अस्मत कभी न खोय,पाप कर्म…

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नया वर्ष तू क्या लाएगा

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ************************************************ नया वर्ष तू क्या लाएगा।क्या सौगात बड़ी लाएगा॥बीत वर्ष ने बहुत दिया था।आते ही आराम दिया था॥ बैठे घर ना गये घूमने।गये नहीं थे बाहर मिलने॥छोड़ी…

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मेरे मन का मीत

डॉ. रामबली मिश्र ‘हरिहरपुरी’वाराणसी(उत्तरप्रदेश)****************************************** मेरे मन का मीत मिला है।दिल का प्यारा हुआ खुला हैll यह स्वप्निल स्नेहिल स्वर्णिम अति।साथ निभाता हिला-मिला हैll चमक रहा है तेजपुंज सा।बहुत दुलारा घुला-मिला…

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कोरोना

प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) ****************************************************** आया भारत में कोरोना।हो गया मनुष्यों का रोनाllसाबुन से हाथों को धोना।साफ-सफाई करके सोनाll मुख में दिनभर मास्क लगावे।तभी घरों से बाहर जावेllनहीं किसी…

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शरद पूर्णिमा है हितकारी

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************** शरद पूर्णिमा स्पर्धा विशेष….. शरद पूर्णिमा देखो आया। मौसम अनुपम मन को भाया।सुंदर प्यारा चाँद चमकता। अंतर मन है आप दमकता॥ नाम कौमुदी व्रत कहलाए। शुक्लपक्ष…

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विधि का विधान

डॉ. रामबली मिश्र ‘हरिहरपुरी’वाराणसी(उत्तरप्रदेश)****************************************** विधि का चलता यहाँ विधाना।दृश्य अदृश्य विधान महाना॥ कण-कण जग का विधि संचालित।सारा जग विधि पर आधारित॥ सब निमित्त हैं विधि कर्त्ता हैं।विधि सारे जग के…

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दुर्गा माँ ले अवतार

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************** नव दिन का शुभ पल है आया। दीया मैंने आज जलाया।माँ कब तक तू राज करेगी। नारी कितनी दर्द सहेगी॥ दुर्गा माता ले अवतारी। धरती में…

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मन में राम

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)******************************************************************** मन में राम बसा लो मानव।जीवन धन्य बना लो मानव॥कट जाएँगे पातक भारी।राम सुमिर लो हे संसारी॥ अवध बिहारी दशरथ नंदन।कर लो भक्तों शत् शत्…

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मेरा सुंदर गाँव निराला

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************************************** मेरा सुंदर गाँव निराला। हर्षित मन को करने वाला।शुद्ध हवा जो निसदिन आये। तन-मन को सब शुद्ध बनाये॥ पंक्षी मधुरिम गीत सुनाते। चीं-चीं करके हृदय लुभाते।निर्मल…

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