अपना घर

राजबाला शर्मा ‘दीप’ अजमेर(राजस्थान) ******************************************************************************************** बहुधा हिंदू समाज में लड़कियों को यह बात घुट्टी में पिला दी जाती है,- “ससुराल ही उनका असली घर है।” मंजरी भी यही घुट्टी पीकर अपने ससुराल आई थी। थोड़े दिन बाद उसने अपने पति से पूछा,-“मेरा घर कहां है ?” कौशल ने उसे समझाते हुए कहा,-“मेरा नहीं,हमारा घर। यह … Read more

खो गया समय

डॉ.शैल चन्द्रा धमतरी(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** “हैलो,हाँ यार अनिल,मैं शहर पहुँच चुका हूँ। तुम कहाँ हो ?” राजेश अपने मित्र को फोन पर पूछ रहा था। कई वर्षों बाद वह किसी काम से भिलाई आया था। इसी शहर में उसने उच्च शिक्षा प्राप्त की थी। यहां वह हॉस्टल में रहा, पर उसके बहुत सारे मित्र इसी शहर … Read more

एक भारतीय

ओमप्रकाश क्षत्रिय प्रकाश नीमच(मध्यप्रदेश) ************************************************ अंतरराष्ट्रीय शरणार्थी दिवस विशेष……….. वह रेलवे स्टेशन से लौट कर माथा पकड़ कर बैठ गया-“अब मैं वहां नहीं जाऊंगा,” कहकर उस ने उल्टी कर दी। ”क्या हुआ ?” मोहन ने कहा,-”बापू आए।” ‘नहीं’, केशव बड़ी मुश्किल से कह पाया,-”रेलगाड़ी पूरी खून से लाल-लाल रंगी हुई है। कहते हैं कि हमारा गांव … Read more

डॉगी का बिस्कुट

डॉ.शैल चन्द्रा धमतरी(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** “अम्मा,हम लोगों की जात क्या है ?” नन्हा मोनू पूछ रहा था। “क्यों तुझे जात का क्या करना है ?” अम्मा ने झुंझलाते हुए कहा। “वो गली के मोड़ पर जो बड़ी बिल्डिंग है न,जिनके यहाँ डॉगी है। आज मैं उनके डॉगी के साथ खेल रहा था। उन्होंने अपने डॉगी को … Read more

हमारा बजट

विनोद वर्मा आज़ाद देपालपुर (मध्य प्रदेश)  ************************************************ आम बजट की तैयारी थी शासन-प्रशासन स्तर पर गहमागहमी वाला माहौल था। आज का बजट कैसा होगा ? घाटे का या मुनाफे का,यह आमजनों के बीच चर्चा का विषय था। ठेले पर एक सब्जी विक्रेता सब्जी बेच रहा था,जो सुबह से शाम तक यही सुनता रहा कि आज बजट … Read more

दलितों के घर भोजन

दीपक शर्मा जौनपुर(उत्तर प्रदेश) ************************************************* चार लोग कंधे पर एक शव ले जा रहे थे,तभी वह अचानक बोल उठा-“अरे!! आप लोग मुझे कहाँ लेकर जा रहे हैं।” उनके पीछे चल रही भीड़ डर गयी,यमदूत भी सतर्क हो गया-“ये लोग तुम्हें श्मशान ले जा रहें हैं,अब तुम अपने जीवन की अंतिम यात्रा पर हो।” यमदूत ने … Read more

खेल-खेल में

पूनम दुबे सरगुजा(छत्तीसगढ़)  ****************************************************************************** बच्चों की गर्मी की छुट्टियां और उनकी मस्तियां,हमारे घर के सामने बहुत बड़ा खुला मैदान है।बच्चे वहीं मिलकर क्रिकेट खेलते हैं। अभी राजू निकला ही था कि,पीछे से आया-“माँ मुझे पैसे दो।” मैंने उसे जोर से डांट दिया। “क्या रोज-रोज पैसे ले जाते हो। फिर से गेंद खराब हो गई ? … Read more

निजी स्वार्थ

गुलाबचंद एन.पटेल गांधीनगर(गुजरात) ************************************************************************ हिमालय की ओर ऊपर एक बस ढलान पर जा रही थी,उसमें एक किसान अपनी पत्नी के साथ सफर कर रहा था। बस पर्वत पर आगे बढ़ रही थी। किसान ने कंडक्टर को विनती की, कि उसे बीच में अपने गांव के पास उतारा जाए। कंडक्टर ने आगे बढ़कर घंटी बजाई, किसान … Read more

चार कुत्ते

राजबाला शर्मा ‘दीप’ अजमेर(राजस्थान) ******************************************************************************************** तीन कुत्ते आपस में बात कर रहे थे,चौथा कुत्ता चुप था। पहला कुत्ता बोला, -“तू चुप क्यों है,तेरा मालिक तो तुझे अपने बच्चे की तरह प्यार करता है। बढ़िया खाना खिलाता है।” दूसरा कुत्ता बोला,-“मेरा मालिक तो कंजूस है,पर मालकिन अच्छी है। मालिक से चुपचाप छिपाकर मुझे अच्छा खाना खिलाती … Read more

दीपक

इंदु भूषण बाली ‘परवाज़ मनावरी’ ज्यौड़ियां(जम्मू कश्मीर) ******************************************************** दीपक गहरी सोच में डूबा हुआ था। उसकी आँखों में कई दृश्य नृत्य कर रहे थे। वह अपने चिंतन में महान व्यक्तित्वों के सफर का मूल्यांकन कर रहा था और उनके पथ पर बिखरे काँटों व कीलों की संख्या की गणना करने का अथक प्रयास कर रहा … Read more