नवरंग बिखेरता ‘कंद-पुष्प’
विजयसिंह चौहानइन्दौर(मध्यप्रदेश)****************************************************** समीक्षा… ‘कन्द-पुष्प’ अपने चटख रंग और सुन्दरता के लिए जाना जाता है, जो सामान्यतः पहाड़ीपन में सहजता से पनपता, पल्लवित होता है, मगर यहां बात कर रहा हूँ एकल काव्य संग्रह ‘कन्द-पुष्प’ के बारे में। कविता के पट खोलते ही अशोक के वृक्ष-सा घनापन, सुकूनदायी छाँव और तटस्थता नजर आती है। सम-सामयिक, सांसारिक … Read more