बैरी के जो छक्के छुड़ाते

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’ जमशेदपुर (झारखण्ड) ************************************************************ ‘महाराणा प्रताप और शौर्य’ स्पर्धा विशेष………. राणा प्रताप राजा को याद करें आज सबजन, धन्य-धन्य हो वीर राणा की तलवार अटल। शौर्य राणा…

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महाराणा प्रताप अमर अमिट योद्धा

मोहित जागेटिया भीलवाड़ा(राजस्थान) ************************************************************************** ‘महाराणा प्रताप और शौर्य’ स्पर्धा विशेष………. उस हल्दी घाटी में आज चेतक का धाम है, वीर शौर्य उस महाराणा प्रताप का नाम है। रण के मैदान…

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वीरों में वीर महाराणा प्रताप

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** 'महाराणा प्रताप और शौर्य' स्पर्धा विशेष.......... वीरों में वीर महाराणा प्रताप, बालपन से स्वाभिमानी थे घास की रोटी खाने वाले, वह योद्धा खुद्धारी थे। बाईस…

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समाज संस्कारक रहे राजा राममोहन राय

गोपाल चन्द्र मुखर्जी बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************************ २२ मई जयंती विशेष.............. हिन्दीभाषा के विशेष प्रेमी व तत्कालीन अखण्ड भारतवर्ष के सुपुत तथा अनेक भाषाओं में प्रखर विद्वान, निर्भिक मानव दरदी,समाज सुधारक…

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चारों वेदों में भरा जीवन का सार

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** सार भरा ऋग्वेद में,देवों का आह्वान। लिखा वेद जी व्यास ने,जिसका अतुल विधानll यजुर्वेद में मंत्र का,पावन है विस्तार। मुनिजन जिसको बाँच कर,पाएं जीवन…

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पहुँच जाने दो हमें गाँव

दीपक शर्मा जौनपुर(उत्तर प्रदेश) ************************************************* हम सड़कों पर सैर करने नहीं निकले हैं साहब, हम गाँव जाना चाहते हैं मेरी पत्नी के पेट में, बहुत दर्द है उसे थोड़ा विश्राम…

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तेरी कहानी ढूँढता हूँ!

गोपाल मोहन मिश्र दरभंगा (बिहार) ******************************************************************************** वक्त के अखबार में तेरी कहानी ढूँढता हूँ। उम्र के इस आइने में इक निशानी ढूँढता हूँ। दौर मिट जाएँ भले मिटते नहीं जज्बात…

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बोझ ज़िन्दगी का लेकर के

नरेंद्र श्रीवास्तव गाडरवारा( मध्यप्रदेश) ***************************************************************** धूल-धूसरित दुर्गम पथ ये जिस पर चलना नहीं गंवारा, बोझ ज़िन्दगी का लेकर के,चलते-चलते मैं तो हारा। पतझड़-सा मौसम छाया है, नीरसता का वातावरण है।…

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मजदूर की व्यथा

शिवांकित तिवारी’शिवा’ जबलपुर (मध्यप्रदेश) ******************************************************************** पैदल चलकर नाप रहे ख़ुद सड़कों की लंबाई, भूखे प्यासे बच्चों के संग मज़बूरी में भाई। नंगे सूजे पैर जल रहे, बिना रुके दिन रात…

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सपने

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ सपने, सिर्फ सपने कभी नहीं होते, यारों वो अपने। सोच, समझ कर देखो स्वप्न सुनहरे, नहीं रहे अधूरे। भरो, ऊँची उड़ान सपनों के…

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