ज़िन्दगी इक नदी…
सुनील चौरसिया ‘सावन’ काशी(उत्तरप्रदेश) ********************************************************** जिंदगी इक नदी है, अनवरत प्रवाह किए बिना परवाह, आगे बढ़ते ही जाना वापस कभी ना आनाl 'सावन' समय के साथ, कदमताल मिलाना धार से…
सुनील चौरसिया ‘सावन’ काशी(उत्तरप्रदेश) ********************************************************** जिंदगी इक नदी है, अनवरत प्रवाह किए बिना परवाह, आगे बढ़ते ही जाना वापस कभी ना आनाl 'सावन' समय के साथ, कदमताल मिलाना धार से…
रीता अरोड़ा ‘जय हिन्द हाथरसी’ दिल्ली(भारत) ************************************************************ होली के रंगों जैसी रंगीन हो आपकी जिंदगी, कभी न हों आप उदास,रंगोली-सी सजी हो जिंदगीl जीवन में बहार रहे,हरी-भरी हो आपकी जिंदगी-…
शशांक मिश्र ‘भारती’ शाहजहांपुर(उत्तरप्रदेश) *********************************************************************************** होली के रंग मिले जब हृदय खिलने लगे, फाग का छिड़ा राग बाल युवा मचलने लगे। विविध रंगों से सजा मिलन पर्व ज्यों आया- मस्ती…
राकेश सैन जालंधर(पंजाब) ***************************************************************** फाल्गुन मास है,अमराइयां फूट रही हैं तो नन्हीं कोपलें सिर उठाती हुईं कुदरत के शीत निद्रा से जागने का संदेश दे रही हैं। महीना है रंग,उमंग…
राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’ धनबाद (झारखण्ड) ************************************************************************** होली आई भाई होली आई, रंग गुलाल की मस्ती है छाई। ले लो रंग गुलाल संग पिचकारी, होली मनाने की करो तैयारी। आओ…
#हिंदीभाषा डॉट कॉम के स्थापना दिवस पर कलमकारों का सम्मान किया मुख्य अतिथि प्रो. द्विवेदी ने इंदौर। आज विद्यार्थियों के जीवन में हिंदी का क्या स्थान है,इस पर चिंतन की…
रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** सुन मन मंदिर घंटी बाजी, सुनो सखी री वह कविता है। चुन-चुन शब्द से माला साजी, सुनो सखी री वह कविता हैll हिम से…
गोपाल चन्द्र मुखर्जी बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************************ रंगों के समन्वय में खुशियों के उफान में, प्यार के अरमान में- मिलन की आस में, इन्तजार है,उत्सव का- होली के। राधा-कृष्ण की जोरी,…
अजय बोकिल भोपाल(मध्यप्रदेश) ***************************************************************** आज जब हमारा देश हिंदू-मुस्लिम वायरस से बाहर नहीं निकल पा रहा,पूरी दुनिया `कोरोना` वायरस के बढ़ते प्रकोप से घबराई हुई है,भारत सहित विश्व के शेयर…
डॉ. वसुधा कामत बैलहोंगल(कर्नाटक) ******************************************************************* माँ ने कहा- देख हमारे ख्याल अलग, तुम्हारे ख्याल अलग बेटीl हम साड़ी पहनते थे, सलवार भी पहनते थे हम अब्रू... के साथ-साथ, कड़ी धूप…