प्यार या…

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** जबसे मिली है नजरें, बेहाल हो रहा हूँ। तुमसे मोहब्बत करने, कब से तड़प रहा हूँ॥ कोई तो हमें बताए, कहाँ वो चले गए हैं। रातों…

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हे माँ शारदे

रौशनी अरोड़ा ‘रश्मि’  दिल्ली ****************************************************************************** हे शारदे माँ हे सरस्वती, कर लो अब माँ स्वीकार तुम चरणों में नमन मेरा। तू ही विद्या का है सागर, है ग्यान की माँ…

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पिता पालक..

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ पिता पालक- परिवार का होता, सच्चा साधकl पिता महान- उसके चरणों में, सारा जहानl पिता संस्कार- सब पर लुटाता, निःश्छल प्यारl पिता उड़ान-…

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केंचुआ

कर्नल डॉ. गिरिजेश सक्सेना 'गिरीश' भोपाल(मध्यप्रदेश) *********************************************************************************** प्रभु कृपा,केंचुए उभय लिंगी होते हैं- एक शरीर में होता है नर और होती है नारी। काश इंसान बस केंचुआ ही होता- सबकी…

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दोस्त…अलविदा

  सहज सभरवाल  जम्मू( कश्मीर) ******************************************************** अब समय आ गया है, एक अंत के लिए,वाह। आपकी दोस्ती अब और नहीं होगी, आपकी अनुपस्थिति चीजों को बोर कर देगी। दोस्तों के…

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तनिक शर्म करो

गीतांजली वार्ष्णेय ‘ गीतू’ बरेली(उत्तर प्रदेश) ************************************************************************* तनिक शर्म करो,शाहीन बाग के गद्दारों, देशभक्त कहते खुद को,पहले देशभक्ति का पाठ पढ़ो। किस अधिकार की बात हो करते,चाहिए कौन-सी आजादी! एनपीआर,सीएए…

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शहजादे की आँखें आई,गाँव में धुआं मत करो!

डॉ.अरविन्द जैन भोपाल(मध्यप्रदेश) ***************************************************** ट्रम्प साहब का दौरा................ राजकुमार को आँखों का रोग हो गया तो राजा ने मुनादी कराई कि,राजधानी में धुआं नहीं होना चाहिए कारण राजकुमार को आँखें…

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सम्मान-पत्र मिला डाॅ. हेमलता तिवारी को

भोपाल(मध्यप्रदेश)l रचनाकार डाॅ. हेमलता तिवारी को विश्व मैत्री मंच की छत्तीसगढ़ इकाई (रायपुर) द्वारा सम्मानित किया गया हैl आपको राष्ट्रीय लघुकथा सम्मेलन में १६ फरवरी २०२० को अपनी लघुकथा प्रस्तुत…

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तिरंगा हर पल निर्णायक हो मेरा

शशांक मिश्र ‘भारती’ शाहजहांपुर(उत्तरप्रदेश) ************************************************************************************ जिस तिरंगे के नीचे हमने आजादी का युद्ध लड़ा था, बाल युवा वृद्ध मिलकर जिसके नीचे तनकर खड़ा था। क्यों न वही तिरंगा झण्डा हर…

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तेरा कंगन खनके…

विजय कुमार मणिकपुर(बिहार) ****************************************************************** जब-जब तेरा कंगन खनके तब-तब मेरा दिल धड़के, सारे लम्हें और वो पलकें कैसे बीते हम न समझे। रात-रातभर नींद न आई जब भी आई तेरी…

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