नदी-समंदर लूट रहे हो
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* सारा पानी चूस रहे हो, नदी-समंदर लूट रहे हो,दानवता की धूम मची है, मानवता को लूट रहे हो। राजनीति की चौसर पर तुम, दाँव…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* सारा पानी चूस रहे हो, नदी-समंदर लूट रहे हो,दानवता की धूम मची है, मानवता को लूट रहे हो। राजनीति की चौसर पर तुम, दाँव…
डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* कथा सम्राटशख्सि़यत महानथे प्रेमचंद। जन्मे लमहीशख्सि़यत का नामधनपत था। उर्दू-फारसीशख्सि़यत का शिक्षाथा रोजगार। गोरखपुरगौरव शख्सि़यतइतिहास है। अमर कथा,शख्सि़यत साहित्य'सोजे़ वतन।' उपन्यास भीशख्सि़यत समझेजागृत भाव। संवेदनाओं…
जयपुर (राजस्थान)। अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित 'मुंशी प्रेमचन्द साहित्य रत्न सम्मान २०२३' के लिए काव्य विधा में वरिष्ठ साहित्यकार डाॅ.अरविंद श्रीवास्तव 'असीम' प्रथम रहे हैं। इस निमित्त आपको संभागायुक्त…
डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’कोरबा(छत्तीसगढ़)******************************************* सावन की रिमझिम बदली-सा मन मेरा पावस बिखराता।कभी घटा घनघोर, कभी यह मन मयूर जैसा हो जाता॥ जब चाहत अगँड़ाई लेती, बंधन को यह नहीं मानता,लहरों के…
हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** आओ मिलकर बीजते हैं बीज, इस धरती पर सनातन का,भटकी हुई नव पीढ़ी को फिर से, पढ़ाते हैं पाठ पुरातन का। जहां थी मान-मर्यादाएं घनी, अभाव…
ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** आया सावन झूम के, हरियाली बिखराय,बागों में झूले पड़े, सखियाँ कजरी गाय। भीगी-भीगी है धरा, मयूरा करे किलोल,बूंद-बूंद बरसात के, रिमझिम मीठे बोल। ऋतु पावस मन मोहनी,…
दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* माना कि जीवन के रास्ते अनेक हैं,लेकिन मंजिल तो सबकी एक है। दो जिस्म मगर हम जान तो एक हैं,अल्लाह ईश्वर खुदा रब तो…
मीरा जैनउज्जैन(मध्यप्रदेश) ************************************************ पुलिसबल पहुंचा, जहां पानी का टैंकर था। परिचय-श्रीमति मीरा जैन का जन्म २ नवम्बर को जगदलपुर (बस्तर)छत्तीसगढ़ में हुआ है। शिक्षा-स्नातक है। आपकी १००० से अधिक रचनाएँ…
इंदौर (मप्र)। अखिल भारतीय काव्य मंजूषा साहित्य वल्लरी मंच के तत्वावधान में पावन शिव मास व अधिक मास के संगम पर 'हरि-हर भक्ति' विषय पर तरंग काव्य गोष्ठी आयोजित की…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* नारी का घटता आँचल तो, है दु:खभरी कहानी।नारी का अब देख रवैया, है आँखों में पानी॥ शील, सत्व को धारण करके, नारी ने दिखलाया,संस्कारों की गरिमा…