मस्तक ऊँचा रहे तुम्हारा
श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* हे भारती पुत्रों, तुम्हारे संग आशीष सदा रहेगा हमारा,करते रहो राष्ट्र हित का कार्य, मस्तक ऊॅ॑चा होगा हमारा। हे भारती तुम्हारे अनेक भाई, सीमा में प्राण…