मानव जीवन में योग साधना का महत्व

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) *************************************** सृष्टि के समस्त प्राणियों में मानव जीवन सर्वश्रेष्ठ और सर्वगुण सम्पन्न है। सभी योनियों में भोग लीला की समाप्ति के बाद मानव जीवन धर्म और कर्म…

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जिंदगी कुछ और नहीं…

संदीप धीमान चमोली (उत्तराखंड)********************************** जिंदगी कुछ और नहींबस एक यादों का झरोखा है,बस जब तक है जिंदगीमिलने का यही एक मौका है। क्यों करनी बुराई किसी कीअच्छाई को क्यों रोका है,रह…

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नैन सदा वरदान

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* नैनों से जग देखते, नैन सदा वरदान।नैनों में संवेदना, नैनों में अभिमान॥ नैन अगर करुणा भरे, तब नैनों में नीर।नैनों में अभिव्यक्त हो, औरों के…

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४ विभूतियों को मिलेगा डॉ. कुंअर बेचैन साहित्य रत्न सम्मान

मुम्बई (महाराष्ट्र)। अखिल भारतीय अनुबन्ध फाउंडेशन (मुम्बई) द्वारा डॉ. कुंअर बेचैन साहित्य रत्न सम्मान से ४ अति विशिष्ट साहित्यिक विभूतियों को सम्मानित किया जाएगा। संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रमोद कुमार…

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दुनिया ही हम लुटा बैठे

सरफ़राज़ हुसैन ‘फ़राज़’मुरादाबाद (उत्तरप्रदेश) ***************************************** दिल ह़सीनों से क्या लगा बैठे।दिल की दुनिया ही हम लुटा बैठे। सारी दुनिया में हो गए रुसवा,ह़ाले दिल उनको क्या सुना बैठे। लाल पीले वो…

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तन इक वापी…

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** तन भीतर वापी मेंउतरने दो मुझको,मन के इस दर्पण मेंसँवरने दो मुझको…। नींद से जब जागूँभीड़ से जब भागूँ,सुमन भार हल्के होबिखरने दो मुझको…। मृदा देह क्षयित…

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भरी है नयन गागर

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* कैसे दिखाऊॅ॑ दिल का दर्द, भरा हुआ नयन का गागर,ऐसे उमड़ रहे हैं आँसू, उमड़ता है जल-जैसे सागर। जग में कोई नहीं बोझ उठाएगा, नयन भरी…

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काली स्याही-उजले पन्ने

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) *********************************************** लिखता है कवि मन जीवन भर,काली स्याही उजले पन्नेसुख-दु:ख हर गम खुशी अधर,संवेद पीड़ काले पन्ने। उत्थान पतन दर्पण जीवन,रोग शोक विपद लिखते पन्नेमंजिलें…

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सच्चा आनन्द

मुकेश कुमार मोदीबीकानेर (राजस्थान)************************************************** मैं चाहता हूँ कुछ और, मुझसे होता है कुछ और,उलहनों की ध्वनियाँ फिर, गूंजती मेरे चारों और। समझकर भी ना समझता, गलतीे को दोहराता,होने वाली क्षति…

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मिट्टी तेरी क़ीमत ?

डॉ.अशोकपटना(बिहार)*********************************** मिट्टी धरा की नूर है,ज़िन्दगी का सही दस्तूर है। मिट्टी के हैं हम यहां,इसमें ही मिलना है यहां। मिट्टी तेरी तासीर है क्या ?सबको है अहसास यहां। जगत संसार…

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