कन्हैया आज चले आना

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ****************************************************************************** कृष्ण जन्माष्टमी स्पर्धा विशेष………. कन्हैया आज चले आओ, बांसुरिया,सुंदर मधुर बजाओ। गोकुल में सब ग्वालन गैया, करें प्रतीक्षा ब्रज की मैया। आज श्याम घन आओ, कन्हैया आज चले आओ…॥ देवकी माता जन्म दियो है, वासुदेव संग कष्ट सह्यो है। आकर कष्ट निवारो, कन्हैया आज…॥ अर्धरात्रि भादो की काली, मेघों ने … Read more

यशोदा तेरो कान्हा

पूनम दुबे सरगुजा(छत्तीसगढ़)  ****************************************************************************** कृष्ण जन्माष्टमी स्पर्धा विशेष………. यशोदा तेरो कान्हा, करत बरजोरी… हाथ जोड़ विनती करूं मैं, सुनत नहीं कोई बात मोरी। यशोदा तेरो… ठाड़े रहत कदम की छैया, आवत जात पकड़त मोरी बहियां, लाज ना आवत करत छिछोरी। यशोदा तेरो… नटखट श्याम लागे मोहे प्यारा, वृंदावन में रास रचाया कर प्रीत मैं तोसे … Read more

जब देखेया मोहे दिखे है वो ही…

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’ बूंदी (राजस्थान) ****************************************************************** कृष्ण जन्माष्टमी स्पर्धा विशेष………. वो काली-काली अलकें हैं, वो खुली-खुली पलकें हैं। वो नैना भी तो ढुलके हैं, पर देखे मुझे खुल के हैं जब देखेया मोहे दिखे है वो ही। वो प्यारा-प्यारा मुखड़ा है, जैसे चाँद जमीं उतरा है। सुमन-सा खिलता है, कण-कण मिलता है। मोहे … Read more

बाँके बिहारी

सुबोध कुमार शर्मा  शेरकोट(उत्तराखण्ड) ********************************************************* कृष्ण जन्माष्टमी स्पर्धा विशेष………. बांके बिहारी भव कष्टकारी, तेरी शरण में मैं आ गया हूँ। मैं था अटका,मोह में भटका, भक्ति पथ,मैं अब आ गया हूँ॥ चरणरज मुझे दो,अनुराग भर दो, तेरा रहस्य मैं पा गया हूँ। गरीब नवाज तुम हो कहलाते, जग का गरीब मैं आ गया हूँ॥ भक्तों … Read more

जरूरत कृष्ण अवतार की

गीतांजली वार्ष्णेय ‘ गीतू’ बरेली(उत्तर प्रदेश) ************************************************************************* कृष्ण जन्माष्टमी स्पर्धा विशेष………. आ जाओ कृष्णा ले के एक नया अवतार, नारी रूप द्रोपदी कर रही आज पुकार। आ जाओ कृष्णा…॥ त्रेता में तुम आये,पूतना का किया संहार, कंस-सा मामा पाया,किया उसका भी उद्धार। आ जाओ कृष्णा…॥ ओ लीलाधर तूने कैसी लीला रचाई, बंसी बजाकर तूने गोपियाँ … Read more

घूंघट लतिका खोल रही

छगन लाल गर्ग “विज्ञ” आबू रोड (राजस्थान) **************************************************************************** मधुमय मुग्धा अब देख रही। लो घूंघट लतिका खोल रही॥ नव भ्रमर कंठ संगीत भरा, कोलाहल कलरव नेह धरा। अवगुंठन रस से प्राण घिरा, मृदु मुग्ध कली में प्रेम गिरा। अविरल निर्झरिणी नेह यही, लो घूंघट लतिका खोल रही॥ मधु नृत्य मगन मधुमास अहा, नव गंध भरा … Read more

कश्मीर की घाटी

डॉ.साधना तोमर बागपत(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** कश्मीर की घाटी में,फिर से खुशहाली छायी है, फूल-फूल है खिला हुआ,अब कली-कली मुस्कायी है। आतंकी साये में पलती, खून से लथपथ माटी थी। शत्रु की चालों में ढलती, मानो उनकी थाती थी। अब दुश्मन की खैर नहीं,उसने तो मुँह की खायी है। कश्मीर की… सत्तर वर्षों की कैद से, … Read more

पुलकित-कम्पित चातक गाये

छगन लाल गर्ग “विज्ञ” आबू रोड (राजस्थान) **************************************************************************** पुलकित-कम्पित चातक गाये, गुंजित बादल विपुला छायेl उमड़-घुमड़ कर अंबर घेरा, श्यामल गर्वित रूप घनेराl अम्बुद घोर हुआ अंधेरा, दमक दामिनी डाला डेराl गगरी प्रेम सुधा भर लाये, गुंजित बादल विपुला छायेll चिर संचित चित चंचल छाया, मन मंगल मनहर मति मायाl सुखद पवन गति जलकण काया, … Read more

बिना नीड़ के बया बिचारी

बाबूलाल शर्मा सिकंदरा(राजस्थान) ************************************************* कटे पेड़ के ठूँठ विराजी, बया मनुज को कोस रही। बेघर होकर,बच्चे अपने, संगी-साथी खोज रही। मोह-प्रीत के बंधन उलझे, जीवन हुआ क्लेश में। जैसा भी है,अपना है यह, रहना पंछी देश मेंll हुआ आज क्या बदल गया क्यों, कुटुम-कबीला नीड़ कहाँ। प्रातः छोड़ा था बच्चों को, सब ही थे खुशहाल … Read more

आया सावन मास

सुनीता बिश्नोलिया चित्रकूट(राजस्थान) ****************************************************** रिमझिम बरखा देखकर,हुआ आज अहसास। धोरां वाले देश में,आया सावन मासll बैठी अब चुपचाप है,नटखट उड़ती धूल। किया नीर का आचमन,खिले हृदय में फूलll बिना पात के ठूंठ की,बुझती दिखी प्यास। धोरां वाले देश में,आया सावन मासll मुस्कराता गोपाल भी,चला खेत की ओर। सावन में चलता रहे,अब बरखा का दौरll खेतों … Read more