माँ की पूजा

महेन्द्र देवांगन ‘माटी’ पंडरिया (कवर्धा )छत्तीसगढ़  ************************************************** मंदिर में तू पूजा करके,छप्पन भोग लगाये। घर की माँ भूखी बैठी है,उसको कौन खिलाये। कैसा तू नालायक है रे,बात समझ ना पाये। माँ को भूखा छोड़ यहाँ पर,दर्शन करने जाये॥ भूखी-प्यासी बैठी है माँ,दिनभर कुछ ना खाये। मांगे जब वह पानी तो फिर,क्यों उस पर झल्लाये॥ करे … Read more

नई उड़ान

बाबूलाल शर्मा सिकंदरा(राजस्थान) ************************************************* बहुत दिनों के बाद आज फिर, लिखने का मन करता है। जीत-हार की बातें करतें, अब भी मन डर छलता है। जीत नहीं यह मोदी की है, न हीं कमल निसान की। देश-विदेशी गत घावों को, मत का मल्हम भरता है। जीत किसी की नहीं जीत यह, भारत के मतदाता की। … Read more

पिता को नमन

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ****************************************************************************** पिता सदा पालक हैं। घर के संचालक हैं। सदा पितृ छाया में, जीवन बनाइये॥ पिता जीवन की आन। पिता ही घर की शान। पिता का नाम सदा, ऊँचा उठाइये॥ पिता से घर पोषित है। पिता से सुरक्षित है। पिता से ही ज्ञान पाय, जीवन बढ़ाइए॥ पिता से ही प्यार मिले। … Read more

फटेहाल बच्चे

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ****************************************************************** स्वयं पे ही सभी रहते हैं वशीभूत अब, कोई भी किसी की नहीं सुनता जहान में। भूख और प्यास लिये मरते मनुष्य पर, लोग तो यकीन अब रखते हैं श्वान में। श्वान को खिलाया,नहलाया व घुमाया जाता, कभी सड़कों पे,कभी कार में बागान में। किन्तु कई लाख बच्चे हो … Read more

नारियों का नर जैसा मान होना चाहिए

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ****************************************************************** नारियों का अपमान क्लेश की वजह एक, इसका तो सबको ही ज्ञान होना चाहिए। कष्ट देते बहुओं को कुछ जो दहेज हेतु, उनपे कानून बलवान होना चाहिए। मार देते बेटियों को कोख में ही दुष्टजन, इसका जरूर समाधान होना चाहिए। शक्ति के स्वरूप की उपासना से पूर्व सुनें, नारियों … Read more

माँ जैसा कोई नहीं

मोहित जागेटिया भीलवाड़ा(राजस्थान) ************************************************************************** माँ सबकी भगवान है,जीवन का आधार। ममता का वरदान है,माँ से ये संसार॥ माँ जैसा कोई नहीं,माँ बच्चों की जान। माँ तुम तो महान हो,हो तुम ही भगवान॥ हो तुम ही भगवान,सपनों का संसार हो। मिलता हमको प्यार,माँ तुम वो बौछार हो॥ माँ को दें मुस्कान,हम ध्यान दें माँ वैसा। माँ … Read more

माता के चरण तले

अवधेश कुमार ‘आशुतोष’ खगड़िया (बिहार) **************************************************************************** माता के चरण तले,सारे सुख फ़ूले-फले, श्रद्धावन्त ले के चले,असीम दुलार को। पग में ही चारों धाम,देख प्रभु प्रात-शाम, बिगड़ा बनेगा काम,हर दिन बार को। सेवा का मिलेगा फल,आयु,विद्या,यश,बल, माँ की कृपा से हो भल,भूल न ये सार को। जग में उतार दिया,दुनिया का प्यार दिया, सारा सुख वार … Read more

जीवन नौका

सुश्री अंजुमन मंसूरी ‘आरज़ू’  छिंदवाड़ा (मध्य प्रदेश) ********************************************************************************************* प्रकृति चैत्र मास में जैसे,सकल नवल हो जाती है। जीवन को जीवन देकर माँ,नवजीवन खुद पाती है। तेज भले वैशाख धूप हो,पथ संघर्ष चलाती माँ। अमलतास पलाश शिरीष-सा,खिलना हमें सिखाती माँ। जीवन जेठ दुपहरी-सा तो,माँ है पीपल छाया-सी। जल-सी पावन शीतल निर्मल,मूल्यवान सरमाया-सी। आषाढ़ मास बरखा से … Read more

माँ ममतामयी,मूरत है धरि

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ****************************************************************************** मातृ दिवस स्पर्धा विशेष………… माँ ममतामयी,मूरत है धरि, लालन-पालन,गोद लिये। माँ अपना सुख,छोड़ सहे दु:ख, प्रेम भरे सुख,बाल दिये। अंक भरे दस,माह सहे कुल- दीप लिए मन,हर्ष भरे। माँ ललना सुत,की पलना जग- सार रही मन,प्रेम धरेll देव मुनीजन,देख मही पर, माँ ममता जग,कीर्ति करे। माँ शिशु की जननी बन … Read more

धूप और बारिश

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ****************************************************************************** आज धूप से तपी हुई धरती का कण-कण प्यासा। इस धरती का हर प्राणी भी आज तपन का मारा। हरी घास,दूब,वनस्पति,विटप लताएं सहती। ‘बादल काका आ जाओ’ अब तड़प-तड़प कर कहती॥ चातक पक्षी व्योम निहारे यही विनय अब करता। ‘इंद्र देव अब कृपा करो हर जीव प्रार्थना करता। उमड़-घुमड़ कर … Read more