बलात्कार की व्यापकता…विचारने की जरूरत
अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय ******************************************************************** जब से मूलभूत आवश्यकताओं के अभाव में लोगों के मरने की समस्या खत्म हुई है,मानव जनित एक नई समस्या ने आकर समाज को घेर लिया है। मानव द्वारा मानव का बलात्कार,उम्र और लिंग को नजरअंदाज करते हुए बलात्कार,निजी और सार्वजनिक स्थलों पर बलात्कार,दुधमुँहे बच्चों से लेकर मरणासन्न तक बलात्कार एवं … Read more