हम वीरों की धरती

शशि दीपक कपूरमुंबई (महाराष्ट्र)************************************* “ऐ! रावी ले लो!““नहीं, रे! नहीं““ऐ! व्यास ले लो!““नहीं, रे! नहीं““नदियाँ पाकिस्तान को अंग्रेज़ों ने ज़बरन दीं, वापिस लो!”“हिन्दुस्तान की मिट्टी की क़सम,हम शहीद सैनिक हैं,अपने वतन का ज़र्रा-ज़र्रा खींच ले आएँगे वापिस।”“सही कहा तुमने,अपने देश के लिए हम कुछ भी कर सकते हैं,बशर्ते सरकारें ठीक से चलें तभी तो…।““हाँ,यह सोचने … Read more

कुत्ता कभी नहीं पालूँगी…

शशि दीपक कपूरमुंबई (महाराष्ट्र)************************************* मेरी गली में रात को कुत्ते बहुत ज़ोर-ज़ोर से भौंक रहे थे। मैंने कारण जानने की उत्सुकता से पति को गहरी नींद से जगाते हुए पूछा, “इतनी रात को ये कुत्ते क्यों भौंक रहे हैं ?“उन्हेोंने कहा, ‘तुम कुत्तों से बहुत डरती हो! सो जाओ,मुझे भी सोने दो,सुबह जल्दी काम पर … Read more

कलयुग का कपड़ा…बर्तन!!

डॉ. सोमनाथ मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)******************************************* जब से हमारे देश में मॉल संस्कृति आई है,तब से देख रहा हूँ कि घर में कपड़ों का ढेरी लगा रहता है। हर तरफ कपड़े ही कपड़े दिखाई पड़ते हैं,यहाँ तक कि कुर्सी और मेज़ पर भी कपड़े रखे रहते हैं। कितनी बार घर वालों को समझाया कि भाई कपड़ों को … Read more

बारात…

डॉ. सोमनाथ मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)******************************************* ‘बारात’ में जाने की बात सुनकर किसे न अच्छा लगता है। सब लोग एक से एक कपड़े में सज-धजकर बैंड-बाजा,रौशनी,डीजे की धुन के साथ थिरकते हुए रास्ते से जब जाते हैं,तब शहर,क़स्बा या गाँव के लोग बड़े ध्यान से देखते हैं कि कौन,क्या पहना हुआ है और कैसे-कैसे नाच रहे हैं। … Read more

साड़ीवाला…

डॉ. सोमनाथ मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)******************************************* मैं ऑफिस जाने के लिए जूता पहन ही रहा था,कि एक मोटा-ताजा आदमी अपने दोनों हाथों में गठरी ले कर मुझे नमस्कार करते हुए और मेरी उपेक्षा करते हुए घर में प्रवेश कर गलीचे पर बैठ गया,और गठरी खोलने लगा। मैं अचंभित रह गया,’न जान न पहचान-बड़े मियां सलाम’ वाली बात … Read more

वैवाहिक गठबंधन…

डॉ. सोमनाथ मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)******************************************* मेरे स्कूल-कॉलेज में साथ पढ़ने वाले लगभग सभी मित्रों की शादी हो चुकी थी,केवल मोहन बाकी रह गया था। जब भी दोस्तों की महफ़िल जमती ,सभी मिलकर उसकी हँसी उड़ाते रहते थे,पर वह कभी बुरा नहीं मानता था। कब शादी कर रहे हो,पूछने पर कहता कि भाई, देख तो रहा हूँ … Read more

जाकी रही भावना जैसी

डॉ. सोमनाथ मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)******************************************* ‘जाकी रही भावना जैसी,प्रभु मूरत देखी तिन तैसी’ इसका मतलब जिसकी जैसी भावना उसी के अनुरूप प्रभु (श्रीराम) को उसी रूप में देखा। यह पंक्ति आजकल के मौजूदा स्वरुप में उपयोग होती है। जिसका जो भाव होता है वह परिस्थिति को उसी के आधार पर आंकलन करने लगता है। आजकल यह … Read more

सा…ड़ी…

डॉ. सोमनाथ मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)******************************************* मैं शाम को ऑफिस से घर लौटा, तो देखा कि मेरी पत्नी जो रोज मेरी ऑफिस से आने की प्रतीक्षा करती थी,आज नहीं दिखी। दरवाजा भी खुला हुआ था,मैंने सोचा कि कहीं आस-पास गई होगी। मैंने अपने ऑफिस के कपड़े बदलने के लिए जैसे ही कमरे के भीतर प्रवेश किया तो … Read more

गली के कुत्ते…

डॉ. सोमनाथ मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)******************************************* कुत्ता एक वफादार प्राणी होता है, यह इंसानों का अच्छा दोस्त होता है तथा इसे घर में पाला जाता है…यह बात हम सभी विद्यालय के समय निबंध में लिखते रहे हैं, पर जब वही कुत्ता आपके प्राणों के लिए संकट का कारण बन जाए तो बहुत बड़ी आफत हो जाती है। … Read more

मार्निंग वॉक

डॉ. सोमनाथ मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)******************************************* चिकित्सक ने मेरा हेल्थ चेक-अप करने के बाद कहा,अब तक तो ठीक है। आपको कोई भी शारीरिक समस्या नहीं है,पर मेरी बात मानें तो रोज सुबह मार्निंग वॉक शुरू कर दें। मैंने चिकित्सक को बताया कि डॉक्टर साहब सुबह की मार्निंग वॉक करने के लिए कौन-सा वक्त सही रहेगा ?चिकित्सक ने … Read more