हिंदी का क्रंदन
आरती जैन डूंगरपुर (राजस्थान) ********************************************* हिंदी दिवस स्पर्धा विशेष……………….. हिंदी आज करती है क्रंदन, एक दिन ही क्यूँ हम करें वंदन। हिंदी बन गयी है आज शर्म, अंग्रेजी बना हमारा प्रथम धर्म। पराए को भले दो तुम मान, पर अपनों की मत छीनो शान। जो हिंदी थी गले का हार, आज उस हिंदी बोलने से … Read more